बिलासपुर— जैसा की अनुमान था..निगम की पहली सामान्य सभा हंगामेदार होगी…हुआ भी वैसा.. प्रश्नकाल के बाद एजेन्डा पर चर्चा के दौरान प्रस्ताव क्रमांक 100 और 101 के विरोध में भाजपा नेताओं ने जमकर हंगामा किया। कांग्रेस नेताओं ने भी जवाबी मोड में दिखाई दिए। इसी बीच दुर्गा सोनी, विजय ताम्रकार और राजेश सिंह सभापति के मंच पर पहुंचे। और सदन के सचिव से एजेन्डा को छीन लिया। इस दौरान कांग्रेस नेताओं ने भाजपा नेताओं का पुरजोर विरोध किया। व्यवस्था बनाने में सभापति को काफी मशक्कत का सामना करना पड़ा। इस दौरान लखीराम आडिटोरियम विरोध में गूंजता रहा।CGWALL NEWS के व्हाट्सएप ग्रुप से जुडने के लिए यहाँ क्लिक कीजिये
सदन में ज्यादातर प्रस्ताव बिना चर्चा के ही पास हो गए। लेकिन प्रस्ताव क्रमांक 100 और एक 101 पढ़े जाने के बाद भाजपा पार्षदों ने जमकर विरोध किया। प्रस्ताव क्रमांक 100 का विरोध करते हुए दुर्गा सोनी ने कहा कि यह सच है कि रोजमेरी योजना के तहत ज्वालीनाला का प्रारम्भिक कार्य किया गया। बाद में शासन ने 12-15 करोड़ खर्च कर सड़क बनवाया। 25 साल बाद रोटेरियनों की आत्मा जागी और एमआईसी में प्रस्ताव लाए बिना सड़क का नामकरण कर दिया। दुर्गा ने कहा कि हम प्रस्ताव का विरोध करते हैं। रोटरी क्लब की जगह क्षेत्र का नामकरण महापुरूषों के नाम किया जाए। बीआर यादव , श्री जायसवाल, गफ्फार के नाम से नाकरण किया जाए।
वहीं कांग्रेस भवन को जमीन आवंटन को लेकर प्रस्ताव क्रमांक 101 पढ़ा गया। राजेश अग्रवाल ने कहा कि पुत्री शाला की जमीन पहले भी कांग्रेस ने हथिया लिया था। एक बार फिर पुत्री शाला की जमीन को लिया जा रहा है। जबकि यहां चार वार्डों के हितों को ध्यान में रखते हुए सर्वसुविधायुक्त सामुदायिक भवन का निर्माण किया गया है। हम इसका विरोध करते हैं। इसी दौरान आक्रोशित भाजपा पार्षदों दुर्गा सोनी, राजेश सिंह, अशोक विधानी समेत कई पार्षदों ने सभापति के मंच पर पहुंचकर सदन के सचिव से एजेन्डा को छीन लिया।
इसके बाद देखते ही देखते दोनों दल आमने सामने आ गए। विजय केशरवानी, रविन्द्र सिंह रामा बघेल समेत सभी ने भाजपा नेताओं को पीछे करने का प्रयास किया। इसी दौरान जमकर धक्कामुक्की हुई।