बिलासपुर— सांसद अरूण साव ने स्कूल शिक्षा सचिव को पत्र लिखा है। सांसद ने बताया कि अभी तक तीनों जिलों के निजी स्कूलों को पाठ्य पुस्तक निगम की पुस्तकें नहीं मिली है। ना ही आरटीई का लंबित भुगतान किया गया है। जिसके चलते बच्चों और स्कूल प्रबंधन को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
बिलासपुर लोकसभा सांसद अरूण साव ने प्रदेश स्कूल शिक्षा सचिव को पत्र लिखा है। साव ने पत्र के माध्यम से बताया कि बिलासपुर, मुंगेली समेत जीपीएम जिले के किसी भी निजी स्कूलों में छत्तीसगढ़ पाठ्यपुस्तक निगम की किताबें अभी तक नहीं पहुंची है। जबकि पाठ्य पुस्तक निगम की किताबें छपकर डिपो तक पहुंच चुकी हैं।
सांसद ने बताया कि पाठ्य पुस्तकों के नहीं मिलने से निजी स्कूलों के विद्यार्थियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इसके अलावा निजी स्कूलों को आईटीई की लंबित राशि का भी भुगतान नहीं किया गया है। कोरोना काल में सभी संस्थान आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं। सभी शैक्षणिक संस्थान वर्तमान में शिक्षकों और अन्य स्टाफ को सैलरी भुगतान करने की स्थिति में नहीं है।
बिलासपुर लोकसभा के सभई तीनों जिलों में संचालित निजी स्कूलों के विद्यार्थियों को जल्द से जल्द पाठ्य पुस्तकें उपलब्ध कराई जाँ। साथ ही शैक्षणिक संस्थानों को आरटीई की लंबित राशि का अतिशीघ्र भुगतान किया जाए।