(सुरजपुर)छत्तीसगढ़ स्कूल शिक्षा विभाग के अंतर्गत सुरजपुर जिले में संकुल केंन्द्रों में अस्सी-अस्सी हजार रुपए का संकुल संकुल में फर्नीचर खरीदी पर भ्रष्टाचार के बादल की मुसलादार वर्षा की आशंका बताई जा रही है। शिकायतकर्ता प्रेम नगर से जिला पंचायत सदस्य अजय श्याम ने जिला कलेक्टर रणबीर शर्मा को पत्र लिखकर फर्नीचर खरीदी की प्रक्रिया का सोशल आडिट कराने की मांग की है।जिला पंचायत के सदस्य अजय श्याम से मिली जानकारी के मुताबिक स्कूल शिक्षा विभाग कोटीएलएम ग्रान्ट से संकुल स्रोत के लिए प्रदेश भर में प्रति संकुल अस्सी हजार रुपये फर्नीचर खरीदी के लिए स्वीकृत किये गए है। इस अस्सी हजार से संकुल समन्वयकों ने जो फर्नीचर खरीदा है। उसकी गुणवत्ता निम्न स्तर की है क्रय किए गए फर्नीचर बाजार मूल्य और खरीदी मूल्य प्रथम दृष्टि में ही मेल नहीं खाते खाते है।अस्सी हजार के फर्नीचर बीस से पच्चीस हजार के लगते है। अभी से इसके हैंडल हिलने लगे है।इस फर्नीचर खरीदी में विभाग के अधिकारियों की भूमिका संदिग्ध लग रही है।
पंचायत के सदस्य अजय श्याम ने बताया कि कोरोना काल मे राज्य और राष्ट्र की आर्थिक स्थिति किसी से छिपी नही है।ऐसे आर्थिक दौर शासन की योजनाओं पर नजर रख अनियमितताओ को उजागर मितव्ययिता रोकना ही जनप्रतिनिधियों का दायित्व है। पंचायती राज व्यवस्था के एक महत्वपूर्ण अंग होने के नाते एक सचेतक की भूमिका निर्वहन करते हुए हम जिला कलेक्टर से उम्मीद करते है कि वे इस मामले को गंभीरता से लेकर शासन को आर्थिक हानि से बचाने में तत्काल एक्शन लेंगे।
जिला कलेक्टर से जिला पंचायत के सदस्य अजय श्याम ने यह माँग की है कि शिक्षा विभाग के टीएमएल ग्रान्ट से संकुल स्रोत केंद्रों ने अस्सी हजार के फर्नीचर खरीदी की है उसमें भारी गड़बड़ी हुई है अतः इसका जिला पंचायत सदस्यों की उपस्थिति में सोशल ऑडिट व भौतिक सत्यापन किया जाना चाहिए। यदि सोशल ऑडिट से फर्नीचर खरीदी में हुई धांधली सामने आती है। इसकी भरपाई जवाबदेह अधिकारीयो से वसूली की जानी चाहिए।