रायपुर—पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष धर्मजीत सिंह, सीतापुर विधायक अमरजीत भगत, कोंटा विधायक कवासी लखमा, बिल्हा विधायक सियाराम कौशिक, गुंडरदेही विधायक आर.के. राय, विधायक दिलीप लहरिया, पूर्व विधायक डॉ. शिव डहरिया, वरिष्ठ कांग्रेस नेता अनिल टाह, पूर्व शहर अध्यक्ष इकबाल अहमद रिजवी, पूर्व युवा कांग्रेस अध्यक्ष योगेश तिवारी ने एक संयुक्त बयान में बिलासपुर शहर कांग्रेस कमेटी के क्षेत्राधिकार से बाहर जाकर कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्य पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी और मरवाही विधायक अमित जोगी की अवमानना की नियत से पारित निष्कासन का प्रस्ताव हास्यास्पद, निंदनीय एवं कांग्रेस संविधान के विपरीत है।
संविधान के विपरीत प्रस्ताव पारित कर पूरी कमेटी गंभीर अनुशासनहीनता की परिधि में आ गई है। ऐसे में अवैधानिक प्रस्ताव पारित करने वालों के विरूद्ध तत्काल प्रदेश कांग्रेस कमेटी विधिवत् नोटिस जारी कर उनसे जवाब-तलब करें। साथ ही उक्त अनुशासनहीनता के लिये प्रदेश कांग्रेस कमेटी, हाईकमान को बिलासपुर शहर कांग्रेस कमेटी को संविधान के अनुरूप तत्काल भंग करने की सिफारिश करें।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कुछ छुटभैया पदाधिकारी और भिलाई के नवनिर्वाचित महापौर कांग्रेसी मर्यादा एवं संविधान के विपरीत जाकर सार्वजनिक रूप से मीडिया में कुछ लोगों को खुश करने की नीयत से निंदनीय एवं असंवैधानिक बयान दे रहे हैं। वे अनुशासनहीनता की परिधि में आ गये हैं, क्योंकि कांग्रेस संविधान के अनुसार कोई भी कांग्रेसी किसी भी अन्य कांग्रेसी के विरूद्ध गलत बयानी, आरोप-प्रत्यारोप, निंदा एवं आलोचना सार्वजनिक या मीडिया के माध्यम से करता है, वह घोर अनुशासनहीनता की परिधि में आता है। ऐसे अनुशासनहीन व्यक्ति को छह वर्षों के लिये कांग्रेस से निष्काषित किये जाने का कांग्रेस संविधान में प्रावधान है।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी तत्काल इस दिशा अनर्गल प्रलाप करने वालों के विपरीत संज्ञान लेकर भविष्य में ऐसी बयानबाजी या अनुशासनहीनता न होने पाये, इसके लिये उन्हें तत्काल विधिवत् नोटिस जारी कर जवाब-तलब करें, क्योंकि इस प्रकार की असंवैधानिक एवं निंदनीय बयानबाजी से कांग्रेस की छबि धूमिल हो रही है।