जोगी समर्थकों ने दिखाई ताकत..जगह-जगह जला भूपेश का पुतला

BHASKAR MISHRA
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IMG-20160107-WA0021  बिलासपुर– पीसीसी की कार्रवाई के बाद जिले में जगह जगह अमित जोगी और अजीत जोगी के समर्थकों ने IMG-20160107-WA0025भूपेश बघेल का पुतला दहन किया। बिल्हा,तखतपुर,मुंगेली,पथरिया,मस्तूरी में जोगी समर्थकों ने प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि सामंतशाहों ने दलित नेता का अपमान किया है। जगह-जगह आयोजित विरोध प्रदर्शन में जोगी समर्थकों ने वापसी नहीं होने पर संगठन और विभिन्न पदों से इस्तीफा देने का एलान किया है।

                  बिलासपुर नेहरू चौक पर कांग्रेस के जोगी धड़े ने पीसीसी अध्यक्ष पुतला दहन किया। भूपेश बघेल के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। जोगी समर्थकों ने कहा कि दलित नेता का सामंतों ने अपमान किया है। अमित जोगी दलित और शिक्षित समाज के बहुत बड़े नेता हैं। उन्हें साजिश के तहत फंसाया और पार्टी से बाहर किया गया। यदि हाईकमान उनके पक्ष में निर्णय नहीं लेती है तो जोगी समर्थक नेता सामुहिक इस्तीफा देंगे। प्रदेश में घूम घूमकर कांग्रेस के सामंतीकरण की कलई खोलंगे। बिलासपुर में जोगी समर्थक नेताओं ने टीएस सिंहदेव और भूपेश बघेल समेत अटल श्रीवास्तव,नरेन्द्र बोलर और अभय नारायण के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

                       जोगी समर्थकों ने मुंगेली और पथरिया में भी भूपेश और टीएससिंहदेव समेत अन्य पीसीसी नेताओं का पुतला फूंका। समर्थकों ने कहा कि भूपेश बघेल चाटूकार पसंद हैं। उनकी महत्वाकांक्षा अमित जोगी के रहते पूरा होना संभव नहीं था। अमित जोगी मास लीडर हैं। उन्होंने कम समय में ही प्रदेश के  संसदीय इतिहास में अपनी छाप छोड़ी है। आउटसोर्सिंग के मुद्दे पर प्रदेश सरकार को पानी पिलाया है। यह सब भूपेश बघेल को बर्दास्त नहीं था। इसलिए मंतूराम का बहाना लेकर अमित जोगी को कांग्रेस से बाहर निकाला। अजीत जोगी को अपमानित किया।

IMG-20160107-WA0027        तखतपुर और बिल्हा में भी जोगी समर्थकों ने भूपेश बघेल का पुतला फूंका। जमकर विरोध में नारेबाजी की। जोगी समर्थकों के अनुसार जब बैठक चल रही थी उस दौरान कोई भी नेता जोगी को बाहर नहीं निकालना चाहता था। लेकिन चंद कांग्रेस के दुश्मन और जोगी की बढ़ते कद से परेशान लोगों ने भूपेश को बरगलाकर अमित जोगी को निष्कासित किया। इसे बर्दास्त नहीं किया जाएगा।

                      मस्तूरी में युवा कांग्रेसियों ने जोगी के समर्थन में स़ड़क पर बैनर पोस्टर लेकर समर्थन किया। पीसीसी अध्यक्ष का पुतला भी फूंका। साथ ही वापसी के लिए संगठन पर दवाव बनाने सड़क की लड़ाई लड़ने की बात कही। इस दौरान स्थानीय विधायक के भी समर्थक नजर आए। युवा कांग्रेसियों ने कहा कि भूपेश के रास्ते में सबसे बड़ी बाधा अजीत और अमित जोगी थे। इनके रहते वे कांग्रेस के विरोध में काम नहीं कर पा रहे थे। यही कारण है कि पिछले कुछ महीनों से तय रणनीति के तहत जोगी को फंसाया गया है। जोगी को निष्कासित कर सामंतशाही का परिचय टीएस और भूपेश ने परिचय दिया है।

IMG-20160107-WA0023                                   मुंगेली और बिल्हा में तो हिन्दू विधि विधान से जोगी समर्थकों ने ना केवल दहन के संस्कार पढ़े बल्कि कई लोगों ने मुंडन भी कराया। आंसू भी बहाए। लोगों ने कहा कि लोकतंत्र और दलित विरोधी भूपेश बघेल महाराजा की गोद में बैठकर जोगी के खिलाफ अभियान चला रहे हैं। हम चुप नहीं बैठने वाले हैं। सभी जगह भयंकर आक्रोश देखने को मिला। लोगों ने कहा हम लोग दिल्ली जाकर भूपेश और टीएससिंहदेव की कांग्रेस से निष्कासन की मांग करेंगे।

                   बिल्हा युवा कांग्रेस ने तो एक बैठक आयोजित कर प्रस्ताव पारित किया है। बैठक में उपस्थित पदाधिकारियों ने जोगी के निष्कासन और उसके परिणाम को लेकर चिंता जताई। साथ ही जोगी के कांग्रेस में बनाए रखने के लिए आंदोलन करने का भी एलान किया।

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