कांग्रेस नेता संदीप का सांसद पर चोट ..कहा..किसान ही नहीं..वकील विरोधी भी है नया बिल..अरूण साव सच्चाई बताएं..बन्द करें माइन्ड डायवर्ट का खेल

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—- हाईकोर्ट अधिवक्ता और प्रदेश कांग्रेस विधि विभाग प्रदेश प्रमुख संदीप दुबे ने किसान बिल का विरोध किाय है। संदीप दुबे ने एक दिन पहले शाम को सांसद के सरकारी आवास में किसान विधेयक को लेकर अरूण साव ने वकीलों से संवाद को  गैर जरूरी माइन्ड डायवर्ट करने वाला बताया। संदीप दुबे ने कहा कि सांसद महोदय उनके मित्र है। खुद सांसद कानून के बडे जानकार भी है। क्या उन्हें यह नही पता कि बिल में वकीलों के लिए कुछ भी नहीं है। रही बात बात किसानों के हित की तो बताना जरूरी है कि यह बिल किसानों के आत्मघाती बारूद के अलावा कुछ नहीं है।
 
                  प्रदेश कांग्रेस विधि विभाग प्रमुख ने केन्द्र सरकार की कृषि बिल को किसानों के लिए आत्मघाती बारूद बताया है। उन्होने कहा किसान इस बारूद में बरबाद हो जाएंगे। उन्हों एक दिन पहले अपने सरकारी आवास में वकीलों से संवाद किया। लेकिन वकील को पता है कि इस बिल में जहां वकीलों के लिए कुछ नहीं है। तो वही यह बिल किसानों के बरबादी का बड़ा दस्तावेज है। दुबे ने कहा कि अरूण साव हमारे मित्र है। सबको मालूम है कि वह कानून के बड़े और अच्छे जानकारी हैं। लेकिन यह भी सही है कि वह पार्टी के आदेश का पालन करते हुए लोगों को अंधेरे में रखने का काम कर रहे हैं।  .
 
                   संदीप दुबे समेत प्रदेश विधि प्रकोष्ठ के ,उपाध्यक्ष राजेश दुबे ,रमेश सिंह,महामंत्री मोहन निषाद , रूपेश दुबे ,राकेश दीवान,सुरेंद्र वर्मा,कमल पटेल, राजेन्द्र पांडेय,प्रवक्ता सुशोभित सिंह ,सचिव नंदू पटेल सोनल गुप्ता, विजय राठौड़, मनोज राठौड़ एवं राजेश राठौर ,नवीन सिंह, प्रीतम देशमुख, आदेश झा ने सभी अधिवताओ से अपील की है कि केंद्र सरकार के कृषि बिल का विरोध करें। क्योंकि यह न तो किसानों के लिए हितकारी है और न ही हमारे वकील साथियों के लिए ही इसमें कुछ है ।
 
            संदीप ने जानकारी दी कि दोनों बिलों को सिविल कोर्ट क्षेत्राधिकार से बाहर रखा गया है। दोनों बिल किसानों और वकीलों के कानूनी अधिकारों का उल्लंघन करते हैं। न्यायालय के हस्तक्षेप का अधिकार ना होना..कभी भी किसी सामान्य नागरिक के हित में नहीं हो सकता।  इसका दुरुपयोग पावरफुल लोग अपने हित में करेंगे ।  इसलिए हम अपने वकील साथियों के साथ बिल पुरजोर विरोध करने की अपील करते है।
 
                  विधि विभाग प्रदेश प्रमुख ने कहा कि दुख इस बात की संसद अरुण साव अधिवक्ता होतें हुए भी इस बात को सवाद कार्यक्रम के दौरान अपने वकील साथियों को नहीं बताया। दरअसल उन्होने बीजेपी समर्पित अधिवक्ताओ की बैठक लेकर बिल के बारे में बताया। और बीजेपी समरप्ति वकीलो को ना चाहकर भी कार्यक्रम में मुंह बन्द रख शामिल होना पड़ा।
 
     दुबे ने बताया कि नया कृषि कानून वकीलों का विरोधी है। संविधान में दिए गए क्षेत्राधिकार को भी अतिक्रमित करता है। ऐसे न्याय और वकील विरोधी सांसद का विरोध करना होगा ।
 
 
 
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