मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने आज प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केन्द्रीय मंत्रिपरिषद द्वारा किसानों के लिए घोषित नई फसल बीमा योजना 2016 का स्वागत किया है। डॉ. सिंह ने कहा है कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना 2016 वास्तव में किसानों के प्रति नरेन्द्र मोदी और उनकी सरकार की संवेदनशीलता का परिचायक है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह स्वतंत्र भारत के विकास में अब तक की सबसे कम प्रीमियम वाली बीमा योजना है। डॉ. रमन सिंह ने बुधवार शाम राजधानी रायपुर स्थित अपने निवास में मीडिया को इस योजना की विस्तृत जानकारी दी। प्राकृतिक आपदाओं में फसल क्षति होने पर इस योजना का अधिकतम लाभ छत्तीसगढ़ सहित देश के करोड़ों किसानों को मिलेगा। यह नवीन फसल बीमा योजना किसी भी प्राकृतिक संकट के दौरान किसानों को नया जीवन देगी।
डॉ. सिंह ने बताया कि अब देश भर में किसानों के लिए एक समान नियमों और शर्तों के आधार पर एक समान फसल बीमा योजना लागू की जा रही है। यह योजना ऋणी और अऋणी दोनों तरह के किसानों के लिए न्यूनतम प्रीमियम और अधिकतम क्षतिपूर्ति की मूल भावना को ध्यान में रखकर बनाई गई है। यह योजना खेत-आधारित होगी और प्राकृतिक विपदा पीड़ित किसानों को खेत में हुए फसल नुकसान का पूरा मुआवजा मिलेगा। इतना ही नहीं बल्कि कटाई के बाद खलिहान में रखी फसल के क्षतिग्रस्त होने पर भी किसानों को मुआवजे की पात्रता होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना किसानों के लिए सुरक्षा कवच का काम करेगी और किसी भी प्राकृतिक संकट के दौरान उनमें हिम्मत और हौसला बनाए रखेगी। उन्होंने बताया कि इस योजना में अब तक की सबसे कम प्रीमियम राशि निर्धारित की गई है, जिसमें खरीफ फसलों के लिए केवल दो प्रतिशत और रबी फसलों के लिए मात्र डेढ़ प्रतिशत प्रीमियम किसानों को देना होगा, जबकि शेष प्रीमियम का भार सरकार वहन करेगी। उन्होंने बताया कि प्रीमियम में औसतन किसान के योगदान पर सरकार की अनुमानित पांच गुना भागीदारी होगी। किसानों को फसल बीमा योजना में पहले की जिलेवार अलग-अलग दरों के बजाए अब पूरे देश में हर फसल पर समान दर से बीमा राशि मिलेगी। उन्हें फसल के सम्पूर्ण मूल्य का बीमा मिलेगा। मुआवजे में कोई कटौती नहीं की जाएगी।