बिलासपुर–एमआईसी की 3 सदस्यीय टीम ने आज छत्तीसगढ़ मेडिकल कालेज का औचक निरिक्षण किया। टीम को निरीक्षण के दौरान कई खामिया भी मिली। पिछले कुछ समय से सिम्स में पीजी के सौ सीटों के लिए प्रयास किया जा रहा है। सिम्स प्रबंधन को उम्मीद है कि इस बार पीजी के लिए सौ सीट मिल सकती है।
सिम्स में भारी खामियों के चलते पिछले कुछ साल पीजी की मान्यता नही मिल पा रही है। जिसके चलते प्रबंधन को काफी दिक्कतों का सामना करना पड रहा है। नये शिक्षा सत्र से सिम्स प्रबंधन को उम्मीद है कि पीजी की मान्यता मिल जाएगी। आज दिल्ली से एमआईसी तीन सदस्यीय टीम सिम्स जांच करने पहुंची। टीम में मौलाना अबुल कलाम आजाद विश्वविद्यालय से डॉक्टर सुरेश कुमार, बैंगलोर विश्वविद्यालय से डॉक्टर एचएल विश्वनाथ और आईएमजी नागपुर के डॉक्टर खमगांवकर शामिल हैं।
टीम ने डेन्टल ओपीडी में मशीनो का निरीक्षण किया। एमआरडी में कम्प्यूटर निरीक्षण के साथ ही टीम ने सर्जरी ओपीडी का भी निरिक्षण करने पहुचे। तीन सदस्यीय टीम के आने से सिम्स के अधिकारी और डॉक्टर के बीच हड़कम्प मच गया। सारा महकमा एमआईसी के आगे पीछे खातिरदारी करता रहा। सिम्स प्रबंधन कुछ वर्षो से पीजी की मान्यता के लिए प्रयास कर रही है।