बिलासपुर। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे द्वारा 67वाॅं गणतंत्र दिवस पूरी गरिमा के साथ मनाया गया बिलासपुर 27 जनवरी, 2016 दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के मुख्यालय सहित सभी मंडलों पर 67वां गणतंत्र दिवस पूरी गरिमा व पारंपरिक रूप से कल 26 जनवरी 2016 को मनाया गया। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे द्वारा आयोजित गणतंत्र दिवस समारोह का मुख्य कार्यक्र्रम स्थानीय एन.ई.इंस्टीट्यूट मैदान पर आयोजित किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में सत्येन्द्र कुमार, महाप्रबंधक, द. पू.म. रेलवे उपस्थित में हुए। जवानों, सिविल डिफेंस के कार्यकर्ताओं, सेन्ट जाॅन्स एम्बुलेंस, एन. सी.सी. एवं स्काउट एण्ड़ गाईड के ट्रुपों द्वारा आकर्षक मार्च- पास्ट की सलामी ली।
इस महत्वपूर्ण अवसर पर मुख्य अतिथि सत्येन्द्र कुमार ने उपस्थित लोगो को 67वें गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं दी। उन्होनें कहा कि आज के दिन वर्ष 1950 में हमारे देश को गणतंत्र घोषित किया गया था एवं बहुत सारी चुनौतियों का सामना करते हुए हमारे देश कोे विश्व का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश होने का गौरव प्राप्त हुआ है। सामाजिक व आर्थिक विकास में इसका स्थान बहुत महत्वपूर्ण है। देश की जनता के लिए रेलवे हमेशा सबसे सस्ता, सुलभ, सुनिश्चित, सुरक्षित एवं समयबद्व परिवहन का माध्यम रहा है। भारतीय रेल देश के विकास में एक महत्वपूर्ण कड़ी है, इसकी कार्य कुशलता का सीधा प्रभाव श्रेत्रीय विकास, औद्योगिक विकास तथा नागरिकों को सुखद तथा उचित दाम पर यात्रा की सुविधा प्रदान करने पर पड़ता है। वर्तमान परिस्थितियों में भारतीय रेलवे एक नये आर्थिक एवं सामाजिक बदलाव के दौर से गुजर रही है।
रेलवे सकारात्मक रुप से तेजी से विकास के पथ पर अग्रसर है। अतः यह आवश्यक है कि हम सब अपने आप को इस बदलाव के लिए तैयार करें एवं रेलवे इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि ने रेलवे के आर.पी.एफ. के भारतीय रेलवे हमारे देश की जीवन धारा है एवं देश के तथा राष्ट्र की सेवा में अपना हर संभव योगदान दें। चल रहे कार्यों को तय समय पर पूरा करके यात्रियों के लिए उपलब्ध कराना हमारी सबसे बड़ी चुनौती है। रेलवे का इतिहास चुनौतीपूर्ण रहा है एवं यह आप सभी रेलकर्मियों की प्रतिबद्वता का ही परिणाम है कि हम रेल सेवाओं में लगातार सुधार करते आ रहें है। वर्तमान वित्तीय वर्ष 2015-16 में हमारी रेलवे को लगभग 172 मिलियन टन माल ढुलाई का लक्ष्य दिया गया है जिसमें से 24 जनवरी तक तक हमनें 136 मिलियन टन से ज्यादा माल ढुलाई की है, जो कि पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में 7 प्रतिशत अधिक है। हाॅलाकि यह लक्ष्य कठिन है फिर भी मुझे पूरा विश्वास है कि हम सभी मिल कर समर्पित भाव से कार्य करेंगे एवं दिये गये निर्धारित लक्ष्य को पाने मंे कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। यात्री परिवहन हमारे लिए सर्वोपरि है। वर्तमान वित्तीय वर्ष के दिसंबर माह तक हमनें लगभग 10 करोड़ रेल यात्रियों को उनके गंतव्य तक सुरक्षित पहुंचाया है। हमें इस दिशा में और भी अधिक सजगता एवं ग्राहक संतुष्टि भाव से आगे भी काम करना है। विकसित करने के लिए नई रेल लाईन, दोहरीकरण, तीहरीकरण एवं छोटी लाईनों का बड़ी लाईनों में परिवर्तन का कार्य किया जा रहा है।
दल्लीराजहरा-जगदलपुर रावघाट परियोजना के अंतर्गत दल्लीराजहरा से गुदुम तक 17 किलोमीटर की नई लाईन का निर्माण कार्य पूरा किया जा चुका है एवं जल्द ही इस पर रेलसेवा शुरु की जाएगी। बिलासपुर-अनुपपुर दोहरीकरण के अंतर्गत जैतहरी से हर्री के मध्य 28.1 किलोमीटर का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है। बिलासपुर-रायपुर तीसरी लाईन का निर्माण कार्य इस वर्ष पूरा कर लिया जाएगा। चांपा-झारसुगड़ा तीसरी लाईन के अंतर्गत सारागांव से खरसियां तक 35 किलोमीटर लाईन का निर्माण कार्य भी हमनें 31 मार्च तक पूर्ण करनें का लक्ष्य रखा है। गोंदिया-जबलपुर गेज परिवर्तन में काचेपुरा से गरहा के बीच 6.4 किलोमीटर का निर्माण कार्य पूर्ण कर इसे गुड्स परिवहन के लिए खोला गया है। काचेपुरा से सुकरीमंगला तक 45 किलोमीटर रेलवे लाईन का गेज परिवर्तन का कार्य प्रगति पर है एवं इसे 31 मार्च तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इन कार्यों के पूरा हो जाने से हम नई सुविधाए उपलब्ध करा पाएंगे।