बिलासपुर– कार्यकर्ताओ को लुतरा में आयोजित मुख्यमंत्री के कार्यक्रम से दूर रखने की बात भाजपा मस्तूरी भाजपा मण्डल कार्यकर्ताओ के गले नही उतर रही है। नाराज मस्तूरी भाजपा कार्यकर्ताओ ने पूर्व विधायक के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। मालूम हो कि ऊर्स के मौके पर लुतरा में सीएम के कार्यक्रम में भाजपा के कार्यकर्ताओं को शामिल होने के लिए पूर्व विधायक ने बैठक का फरमान जारी कर दिया था। उन्होने सभी को सूचित किया कि जो बैठक में शामिल नहीं होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। कई लोगों को तो पूर्व विधायक बांधी ने कार्यक्रम से बैरंग वापस होने का भी आदेश जारी कर दिया था। मजबूर भाजपा कार्यकर्ताओं को मन मसोसकर सीएम के कार्यक्रम से वापिस होना पड़ा था।
बहरहाल सीएम का कार्यक्रम तो खत्म हो गया। लेकिन अब मस्तूरी मंडल के भाजपा कार्यकर्ता पूर्व विधायक कृष्णमूर्ती बांधी के खिलाफ जंग का एलान किया है। कार्यकर्ताओं के अनुसार अपनी व्यक्तिगत खुन्नस को डॉ.बांधी कार्यकर्ताओं के जरिए निकाल रहे हैं। भाजपा नेता पूर्व में हुए चुनावो को लेकर हुई गलती को संगठन के सामने रखने का मन बनाया है। साथ ही प्रदेश संगठन के सामने यह भी जाहिर करने का एलान किया है कि मस्तूरी में भाजपा को विधानसभा से अब तक मिली हार की मूल वजह क्या है। कार्यकर्ताओं के अनुसार डॉ.बांधी ने बीजेपी कोर कमेटी के फैसले के विपरीत अपने चहेतों को टिकट देकर मस्तूरी में भाजपा का बेड़ा गर्क किया है। कोर कमेटी के सदस्य भी अब बांधी के विरोध में सामने आने लगे है.
एक जनवारी को लुतरा शरीफ में मुख्यमंत्री रमन सिंह के कार्यक्रम के कार्यकर्ताओ को रोकने के लिए पूर्व विधायक बांधी ने मस्तूरी मण्डल कमेटी की बैठक का औचक एलान कर दिया। कार्यकर्ताओ के अनुसार बांधी की इसी तानाशाही के कारण पूर्व में नगर पंचायत चुनाव में भाजपा उम्मीदवार की जामानत जप्त हो चुकी है। पांच गावों की कोर कमेटी के फैसले के विरूद्ध जाकर बांधी की तानाशाही से नाराज नाराज कार्यकर्ताओ ने अब दबी जुबान में विरोध करना प्रारंभ कर दिया है।
एक कार्यकर्ता ने नाम नही छापने की शर्त पर बताया कि जयराम नगर इकाई और अन्य इकाई को फैसले को न मान कर बांधी मस्तुरी विधानसभा में पार्टी को कमजोर करने का काम किया है। नगर पंचायत चुनाव के समय जयराम नगर, सीपत,मस्तुरी,मल्हार,लोहर्सी के कोर ग्रुप ने विनिंग प्रत्याशी का नाम दिया था। बावजूद इसके आम सहमति को दरकिनार करते हुए पूर्व विधायक ने कोर ग्रुप के फैसले को बदल दिया। उन्होने अपने पसंददीदा व्यक्ती को टिकट दिलवा दिया। जिसके चलते बांधी के प्रत्याशी की चुनाव में जमानत जब्त हो गयी।
बावजूद इसके बांधी अभी भी अपनी मनमानी से बाज नहीं आ रहे हैं। कोर ग्रुप के कई फैसले को न मानते हुए अपनी हटधर्मिता के चलते पूर्व विधायक पार्टी को लगातार नुकसान पहुंचा रहे हैं। भाजपा कार्यकर्ता ने बताया कि पूर्व में भी कोर ग्रुप ने मण्डल चुनाव के समय कई विनिंग नानो को सामने रखा था। बावजूद इसके बांधी ने पार्टी के कार्यकर्ताओ को प्राथमिकता न देते हुए कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए लोगों को मण्डल चुनाव में महत्व दिया।
इसके चलते पार्टी के बुनियादी कार्यकर्ताओं में हताशा है। कई समर्पित कार्यकर्ता तो पार्टी छोडने का मन बना लिया है। कार्यकर्ताओ ने बताया कि हमने बांधी की हठधर्मिता की शिकायत कई बार संगठन के सामने रखा है। लेकिन कार्रवाई नही हुई। इसके चलते बांधी की तानाशाही बढ़ती ही जा रही है। सभी फैसले अपने हिसाब से लेने लगे है। उन्हे कोर कमेटी की कोई परवाह नही है।
सीपत ईकाई ने लुथरा कमेटी की साथ मिल कर मुख्यमंत्री के कार्यक्रम का आयोजन किया था। लेकिन पूर्व विधायक बांधी को नहीं बुलाया गया। जिसके चलते नाराज पूर्व विधायक बांधी ने मस्तूरी के सभी भाजपा कार्यकर्ताओ को कार्यक्रम से दूर रखने के लिए आपात बैठक का आयोजन किया। इससे कार्रकर्ताओं में आक्रोश है। नाराज कार्रकर्ताओं और कोर ग्रुप के सदस्यों ने एक बार फिर संगठन के सामने पूर्व विधायक कृष्णमूर्ति बांधी के खिलाफ शिकायत करने का एलान किया है।