बिलासपुर—-लम्बे इंतजार के बाद बीसीसीआई ने छ्त्तीसगढ़ को रणजी टीम का दर्जा आज दे दिया है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के फैसले का प्रदेश समेत बिलासपुर वासियों ने स्वागत किया है। वहीं क्रिकेट में भविष्य देखने वाले युवा लोगों में भारी खुशी है। वर्तमान में देश के अन्य प्रांत या संस्थानों से रणजी खेलने वाले छ्त्तीसगढ़ के खिलाड़िय़ओं ने भारतीय कंट्रोल बोर्ड के साथ ही प्रदेश क्रिकेट संघ के पदाधिकारियों को साधुवाद दिया है।
आज से रणजी ट्राफी खेलने वाली क्रिकेट टीम छ्तीसगढ़ रणजी टीम का नाम शामिल हो गया है। आज बीसीसीआई के एलान के बाद बिलासपुर क्रिकेट प्रेमियों में भारी उत्साह देखने मिल रहा है। राज्य स्थापना के बाद छत्तीसगढ़ को रणजी क्रिकेट का दर्जा हासिल नहीं था। लगातार प्रयास के बाद छत्तीसगढ को एसोसिएट क्रिकेट सदस्य का अधिकार मात्र हासिल था। लेकिन प्रदेश क्रिकेट संघ अध्यक्ष बलदेव सिंह भाटिया और उनकी टीम के प्रयास से आज छ्त्तीसगढ़ को पूर्ण रूप से भारतीय क्रिकेट संघ का सदस्य बनाया गया है।
जिला क्रिकेट संघ के अध्यक्ष विजय केशरवानी ने बताया कि आज का दिन छ्त्तीसगढ़ क्रिकेट खेलने वाले खिलाड़ियों के लिए सुनहरा दिन है। आज से छ्त्तीसगढ़ की अलग से रणजी स्तर की टीम होगी। इसके पहले प्रदेश की प्रतिभाओं को दूसरे राज्य से क्रिकेट खेलना पड़ रहा था। पश्चिमी बंगाल, उत्तर प्रदेश,मध्यप्रदेश,रेलवे और अन्य प्रांतों में प्रदेश की क्रिकेट प्रतिभाएं खेल रही है। अब जब छत्तीसगढ़ को रणजी ट्राफी का दर्ज मिल गया है तो जाहिर सी बात है यहां की प्रतिभाओं को प्रदेश की ओर से देश में अपनी प्रतिभा को प्रदर्शित करने का अवसर मिलेगा।
केशरवानी ने बताया कि रणजी टीम का दर्जा मिलने के बाद प्रदेश क्रिकेट संघ को काफी अधिकार भी मिल गये हैं। समय के साथ अब छ्तीसगढ़ के पास खेल मैदान,पिच,स्टेडियम और सेपरेट स्टाफ होगा। रणजी खेलने वाले खिलाड़ियों को प्रदर्शन के आधार पर निष्पक्ष चयन के साथ ही खिलाड़ियों को पारिश्रमिक भी दिया जाएगा।
प्रदेश के लिए सुनहरा दिन
आज का दिन प्रदेश के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा। पूर्ण कालिक सदस्य बनने का हमें लंबे समय से इंतजार है। इस सफलता के पीछे छत्तीसगढ़ क्रिकेट संघ के अध्यक्ष बलदेव सिंह भाटिया का अहम योगदान है। उनके प्रयास से अब प्रदेश की क्रिकेट प्रतिभा को अब अपने राज्य की ओर खेलने का अवसर मिलेगा। रणजी दर्जा मिलने के बाद अब क्रिकेट संसाधनों को मजबूत और विकसित किया जाएगा। प्रदेश की अन्य क्रिकेट प्रतिभाओं की तरह बिलासपुर को भी रणजी दर्जा मिलने से फायदा होगा। अब आधारभूत संरचनाओं के विकास में तेजी से काम किया जाएगा।
विजय केशरवानी, जिला क्रिकेट संघ अध्यक्ष बिलासपुर