बिलासपुर । अविभाजित मध्यप्रदेश के दिग्गज कांग्रेस नेता और कई बार मंत्री रहे स्वर्गीय बीआर यादव की स्मृति में शनिवार को एक व्याख्यान माला का आयोजन किया गया। देवकीनन्दन दीक्षित सभा भवन में मड़ई परवार की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम में नेशनल चैनल आज तक के मशहूर एंकर सईद अंसारी और माखनलाल राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्व विद्यालय के विभागाध्यक्ष संजय व्दिवेदी ने सूचना क्रांति एवं समाज विषय पर अपने विचार रखे।
स्वागत के बाद पहले आमंत्रित किए गए एंकर सईद अंसारी ने बिलासपुर में मिले अपनेपन को याद कर .हाँ के आत्मीय माहौल को सराहा और कहा कि महानगरों में प्रतिस्पर्धा ने यहाँ जैसी सहजता खत्म कर दी है। इसके बाद उन्होंने सूचनाओं के विस्फोट की बात की। सईद ने कहा कि सोशल मीडिया के कारण सूचनाओं की बाढ़ है।हमारे मोबाइल पर हर सेकेंड सैकड़ों घटनाएँ ,किस्से कहानियाँ मिल रही है। एसे में हमारा दायित्व हो जाता है कि इन सूचनाओं में से हमारे लिए क्या अच्छा है क्या बुरा यह सोचें और जो बुरा है उसे रिजेक्ट करें, क्योंकि तभी हम इन सूचनाओं का उपयोग कर सकेंगे । सईद ने बिलकुल टीवी वाले अंदाज में श्रोताओं से टाक शो शुरू किया और माना कि दर्शक सब जानता है और वो टीवी चैनलों की उस कोशिश को नकार देता है, जिसके जरिए चैनल अपनी विचारधारा लोगों पर थोपने की कोशिश करते हैं। जितने समय तक सईद बोलते रहे उतने समय तक उन्होने हॉल में मौजूद लोगों को एक खास अंदाज में अपने साथ बांधे रखा।
कार्यक्रम में वक्ता के रूप में मौजूद संजय व्दिवेदी ने हमेशा की तरह आते ही अपने अंदाज में नया विचार रखा कि सोशल मीडिया से डरने की जरूरत नहीं है। सोशल मीडिया समाज के लिए फायदेमंद है और इसकी खूबी इंटरएक्टिव होना है। अखबार ,टीवी जैसे पारंपरिक मीडिया में पाठक, दर्शक हिस्सा नहीं ले सकता, लेकिन सोशल मीडिया में अपनी पसंद ना पसंद बताता है, बहस में हिस्सा लेता है और अपने मौलिक विचारों की बात करता है। उन्होंने टीवी चैनलों में चलने वाली अंतहीन बहसों पर चुटकी ली और कहा कि ये बहस किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंचने के लिए होती हैं और जैसे ही लगता है कि बहस किसी नतीजे पर पहुंच रही है उसे उलझा दिया जाता है। संजय ने मीडिया को सलाह दी कि वो दो पक्षों को आमने सामने कर लड़ाने वाला ना बने , बल्कि सामंजस्य बनाने वाले की भूमिका निभाए।
उन्होंने कहा कि मुख्य धारा के मीडिया का सामाजिक सामाजिक सरोकार कम हो रहा है, इसे रोकना होगा, नहीं तो मीडिया पूंजीपतियों की आवाज में तब्दील हो जाएगा। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि महापौर किशोर राय थे , उनके साथ विशिष्ट अतिथि के रूप में राजू यादव और कालीचरण यादव उपस्थित थे। कार्यक्रम के दौरान आनंद मिश्रा, नथमल शर्मा, नंद कश्यप,द्वारिका प्रसाद अग्रवाल,चन्द्र प्रकाश बाजपेयी, जसबीर गुम्बर,अभय नारायण अग्रवाल, रामकुमार तिवारी,राकेश शर्मा, राजेश पाण्डेय,शेखर मुदलियार, रिंकू मित्रा, सत्यभामा अवस्थी, क्रांति कुमार ओझा, दादा पियूषकांति मुखर्जी, गुड्डा तिवारी, राजेश बिसेन आदि बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे। इस कार्यक्रम की खासियत रही कि पूरे कार्यक्रम के दौरान वहां मौजूद लोग मंच से पूरी तरह बंधे रहे अतिथियों का स्वागत शेख गफ्फार , अटल श्रीवास्तव और सेंट्रल यूनिवर्सिटी के पत्रकारिता विभाग की छात्राओं ने किया। कार्यक्रम में शहर के विद्वान , छात्र बड़ी संख्या में शामिल थें।
इसके पहले दोपहर के समय सईद अंसारी संजय िद्वेदी ने स्थानीय वरिष्ठ पत्रकारों से भी मलाकात की । इस दौरान रुद्र अवस्थी,प्रवीण शुक्ला,प्रमोद शर्मा, यशवंत गोहिल, विश्वेश ठाकरे उपस्थित थे।