सिमी आतंकी का हुआ प्रतिपरीक्षण

BHASKAR MISHRA
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4/30/2002 11:59 PMबिलासपुर—आतंकी संगठन सीमी के 3 सद्स्यो को एनआईए की विशेष कोर्ट मे आज पेश किया गया। तीनो पर आतंकियो को फंडिंग करने का आरोप  है। मामले मे गवाह अमित साहू का आज प्रतिपरिक्षण हुआ।  मालूम हो कि रायपुर से धीरज साव,आयशा बानो,गुफरान और जुबैर हुसैन की आतंकी और प्रतिवंधित संगठन सिमी से जुड़े होने के संकेत मिलने पर  गिरफ्तारी हुई थी।

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                   रायपुर खमतराई में चिकन सेंटर चलाने वाले धीरज साव को पुलिस ने आतंकियों की मदद करने के आरोप में गिरफ्तार किया था। कड़ाई से पूछताछ में  तीनों ने विभिन्न संगठनों से जुड़े होने की बात स्वीकार की थी।

                       आरोपियों के बैंक खाते में करोड़ों रूपए मिले थे। बताया जा रहा है कि ऐसे अन्य 15 और आरोपियों की पुलिस को अभी भी तलाश है। जिनका प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से विभिन्न प्रतिवंधित संगठनों से रिश्ता है।

          २०१३ में गिरफ्तार तीनो आतंकी सहयोगियों के पास पाकिस्तान से खाते में पैसे आते थे। छत्तीसगढ़, हैदराबाद समेत अन्य प्रदेशों में सक्रिय सीमी और हिजबुल मुजाहिद्दीन के आतंकियों तक यह पैसा पहुंचता था। जिसका खुलासा दो साल पहले रायपुर से गिरफ्तार अन्य सीमी के आतंकियों ने किया था। पुख्ता जानकारी के बाद ही तीनो आतंकी सहयोगी जुबैर, आयशा बानो और धीरज साव की गिरफ्तारी हुई थी।

                   अभियोजन पक्ष के मुताबिक जुबेर हुसैन के कहने पर धीरज साव ने आईसीआईसीआई बैंक में अपना खाता खुलवाया था। जिसके एकाऊंट में पाकिस्तान के आतंकी संगठनों से पैसा आता था। कमीशन काटने के बाद लेकर धीरज साव पैसा जुबेर हुसैन को देता था। जुबेर हुसैन की पत्नी आयशा बानो के एकाऊंट में भी पैसे आते थे। पुलिस ने इस मामले में 16 लोगों को गवाह बनाया है। जिनका बयान हो चुका है और अब उनका प्रतिपरीक्षण किया जा रहा है।

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