बिलासपुर— जिला कांग्रेस ने नेहरू चौक से छेड़छाड़ किये जाने का विरोध करने का निर्णय लिया है। कांग्रेसियों का आरोप है कि वर्तमान में गोलाई को छोटा करने का प्रयास हो रहा है। बाद में मुर्ति स्थानांतरित कर दी जायेगी । ऐसा एक तरफा निर्णय प्रशासन ले चुका है। शहर कांग्रेस कमेटी ने आज नेहरू चौक के प्रतिमा के पास पहंच का विरोध जताया। कांग्रेस के अनुसार नेहरू जी की प्रतिमा का स्थानांतरण और किसी प्रकार के बदलाव का विरोध किया जावेगा।
प्रदेश महामंत्री अटल श्रीवास्तव ने तहसीलदार बिलासपुर से विरोध प्रगट किया है। उन्होंने कहा कि बिना कोई कारण बताएं नेहरू प्रतिमा और उसके घेरे को क्यों हटाया जा रहा हैं। 1970 से यह प्रतिमा शहर का गौरव है। नेहरू चौक को पूरी चैड़ाई के साथ स्थापित किया गया है। प्रतिमा के वजह से आज तक जाम नहीं लगा। ना ही किसी प्रकार की घटना ही हुई। फिर आचानक प्रतिमा को स्थानांतरित करने का क्या कारण है। अटल श्रीवास्तव ने पुराने बस स्टैंड चौराहे पर मंदिर हटाकर लगाई गई श्यामाप्रसाद मुखर्जी की प्रतिमा के बारे में भी प्रश्न उठाया। उन्होने कहा कि दो साल पहले बिना वजह, बिना कारण प्रतिमा लगाई जाती है। लाखो रूपयें खर्च होता है। दो साल बाद उसे तोड़ दिया जाता है। या तो प्रतिमा को लगाने वाला अधिकारी गलत था या आज तोड़ने वाला अधिकारी गलत है। जो लाखों रूपयें प्रतिमा को स्थापित करने में खर्च किये गये उसका जवाबदार कौन है? नन
शहर अध्यक्ष नरेन्द्र बोलर ने नेहरू चैौक पर स्थापित प्रतिमा को स्थानांतरित करने के निर्णय को अव्यवहारिक बताया है। शहर कांग्रेस चौक से छेड़छाड़ किये जाने का विरोध करता है। नेहरू जी की प्रतिमा को हटाने का निर्णय लिया जाता है और जिला प्रशासन इस संबंध में जिले, निगम के निर्वाचित प्रतिनिधियों और राजनीतिक दलों से विचार विमर्श भी नहीं किया जाता है। समझ से परे है।
संभागीय प्रवक्ता अभयनारायण राय ने कहा कि जब कोई प्रतिमा नगर निगम में लगाई जाती है तो सामान्य सभा में प्रस्ताव लाया जाता है। प्रतिमा को हटाने के लिए नगर निगम के सामान्य सभा में प्रस्ताव क्यों नहीं लाया गया। ऐसा लगता है कि भारतीय जनता पार्टी के प्रधानमंत्री पूरे देश में कांग्रेस मुक्त भारत की बात कर रहे है। उसी तरह स्थानीय मंत्री कांग्रेस नेताओं की प्रतिमा हटाकर उस काम में सहयोग करना चाहते है।
शहर कांग्र्रेस कमेटी ने स्पष्ट रूप से कहा है कि नेहरू प्रतिमा के स्थानांतरण का पुरजोर विरोध किया जाएगा। प्रशासन समय रहते बातचीत कर रास्ता निकाले अन्यथा आंदोलन का सामना करना पड़ेगा। अटल श्रीवास्तव ने नगर निगम के अधिकारियों और जिला प्रशासन के अधिकारियों से बातचीत कर अपना आपत्ति दर्ज कराया है। विरोध दर्ज कराने में पंकज सिंह, सुनील शुक्ला, धर्मेश शर्मा, ऋषि पाण्डेय, सुभाष ठाकुर, पप्पू साहू, अर्जुन कश्यप आदि उपस्थित थे।