बिलासपुर। हमारे पत्रकार साथी सत्यप्रकाश पाण्डे (सत्या) तस्वीरों के शौकीन हैं। सोशल मीडिया में भी यह नाम काफी जाना- पहचाना और मकबूल है…। फोटोग्राफी में उनकी जितनी भी तारीफ की जाए कम ही है। आम आदमी की जिंदगी से लेकर जंगल के कठिन जीवन तक सभी जगह उन्हे जो अपनी दोनों आंखों से दिखता है, उसे एक तीसरी आँख की गवाही में कैद कर लेना उनका शगल है….।
इन दिनो हमारे पडोस बेलमुंडी की मेजबानी मे हर साल की तरह इस साल भी दूर देश के मेहमान बनकर तशरीफ ला चुके हैं। अपनी शानदार फोटोग्राफी के जरिए मेहमान पंछियों की खिदमत करने वाले और उनकी मौजूदगी को यादगार बनाने वाले हमारे पत्रकार साथी सत्यप्रकाश पाण्डेय (भाई सत्या) ने उनकी तस्वीरें कैमरे में कैद की है। जिसे हम जस-का-तस प्रकाशित कर रहे है-
मेरे शहर की सरहद से लगे गाँव में कुछ मेहमान आएं हैं। मेहमानों के आने की खबर शहर से गाँव तक फ़ैल चुकी है। दिन ढलते ही नज़रे आसमान की ओर टकटकी लगाये दूर देश से आये मेहमानों का इंतज़ार करती हैं, इस बार संख्या में अभी कम है लेकिन अंदाज़ वही है।
कुछ दिनों में और मेहमान आएंगे ऐसी उम्मीद है । हमको मेजबानी के लिए तैयार रहना है, जैसा स्वागत और इंतज़ाम पिछले बरस था वैसी ही खातिरदारी होने की आस में इस बार भी मेहमान [‘रोजी स्टर्लिंग’] बेलमुंडी पहुंचे है।
विशाल समूहों में रहने वाली यह चिड़िया आसमान में एकसाथ जब उड़ती है तो ऐसा लगता है, जैसे सब मिलकर लयबद्ध नृत्य कर रही हों। घंटों कलाबाजियों के बाद जब ये पक्षी पेड़ों पर आराम करने बैठते हैं, तो वृक्ष पर पत्तों की बजाय सिर्फ चिड़ियां ही चिड़िया दिखाई देती हैं।