भारत माता की जय बोलो..या देश छोड़ो..चक्रपाणी

BHASKAR MISHRA
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6/5/2002 9:42 PMबिलासपुर—अखिल भारतीय हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि आज बिलासपुर में पत्रकारों से रूबरू हुए। स्वामी चक्रपाणि ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि भारत माता की जय ना करनेवालों को तत्काल देश छोड़ देना चाहिए।  यदि ऐसा नहीं किया गया उन्हें कानूनी तौर पर भारत माता की जय बोलने के लिए बाध्य किया जाएगा। स्वामी चक्रपाणि ने मोदी सरकार को भी निशाने पर लेते हुए कहा कि यदि उनके कार्यकाल में राम मंदिर,समान नागरिक संहिता,गौ रक्षा कानून के वादे पूरे नहीं हुए तो देश की जनता  सत्ता से बेदखल कर देगी। स्वामी चक्रपाणि ने बताया कि स्वामी सच्चिदानंद तीर्थ को अखिल भारतीय हिन्दू महासभा के छत्तीसगढ़ प्रदेश अध्यक्ष बनाये जाने की घोषणा भी की।
                                      बिलासपुर प्रेस क्लब में पत्रकारों से रूबरू होते हुए स्वामी चक्रपाणी ने कहा कि जब शहीद अशफाक और हमीद ने अपनी मातृभूमि के लिए सर्वस्व न्योछावर कर दिया तो मुसलमानों को भारत माता की जय कहने में एतराज नहीं होना चाहिए। चक्रपाणि ने कहा कि सिर्फ मुठ्ठीभर लोग ही भारत माता की जय ना बोलकर राजनीति करना चाहते हैं। जबकी देश का मुसलमान भारत माता की जय बोलता है। इसे विवाद के रूप में देखता भी नहीं है। ओवेशी को राष्ट्रविरोधी नेता करार देते हुए कहा कि वे देश की एकता और अखण्डता के खिलाफ लोगों की भावनाओं को भड़काते हैं। ऐसे मुठ्ठीभर राष्ट्रविरोधी लोगों पर लगाम लगाना जरूरी है। उन्होने बताया कि भारत के लोग भावुक हैं। उनकी भावनाओं को ओवैशी जैसे लोग भड़काकर गलत दिशा में देश को ले जा रहे हैं।
             आरएसएस प्रमुख पर चक्रपाणि ने कहा कि मोहन भागवत को वेवजह टिप्पणी करने से बचना चाहिए। उनका जो काम है वे करें। वेवजह टिप्पणी और दूसरे के कामों में टांग ना डालें। उन्हें बीजेपी पर दबाव बनाकर धारा 370,गौरक्षा और राम मंदिर पर फोकस होना चाहिए। वेवजह बयानबाजी कर वे लोगों को भटकाने का काम करते हैं। यदि आने वाले तीन साल के भीतर मोदी जी राम मंदिर का काम पूरा नहीं करते हैं। तो जनता और संत समाज उन्हें सत्ता से बाहर कर देगा।
                                                         एक सवाल के जवाब में चक्रपाणि ने कहा कि आठ अप्रैल को संत समाज के साथ वे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मिलने वाले हैं। भारत माता की जय को लेकर संविधान में संशाोधन की मांग करेंगे। गौ रक्षा के लिए कठोर कानून बनाने के लिए कहेंगे। यदि ऐसा नहीं हुआ तो उन्हें सत्ता से बाहर होने के लिए तैयार रहना होगा। चक्रपाणि ने कहा कि गृहमंत्री से हमारी मुलाकात हो चुकी हैष उन्होने हमारे उद्देश्यों को समर्थन किया है। चक्रपाणि ने कहा कि अफजल गुरू और कसाब का माला जपने वाले महबूबा मुफ्ती के साथ कश्मीर में सरकार बनाने भाजपा की क्या मजबूरी हो सकती है। आरएसएस ही जानता होगा। लेकिन हम देश की एकता को प्रभावित करने वालों का मुंहतोड़ जवाब देंगे।
                                   सवाल का जवाब देते हुए चक्रपाणि ने कहा कि संत समाज को राजनीति के लिए राजनेताओं ने विवश किया है। हम हमेशा से राष्ट्र की एकता और अखण्डता के पेरोकार रहे हैं। आजकल कन्हैया जैसा नेता पैदा हो गया है। जो कि पूरी तरह से प्रायोजित है। इन लोगों का इस्तेमाल किया जा रहा है। देश की एकता संंकट में है। इसलिए साधु समाज को आगे आना पड़ रहा है। सवाल का जवाब देते हुए उन्होने कहा कि हिन्दू राष्ट्र बनाना हमारा उद्देश्य है। इसका अर्थ यह नहीं कि देश में अन्य धर्मां और मजहबों का स्थान नहीं होगा। हम वीर सावरकर जैसा हिन्दू राष्ट्र चाहते हैं। जहां सभी धर्मों को बराबर सम्मान हासिल हो। लेकिन कुछ लोग दुष्प्रचारित कर हिन्दू राष्ट्र का चित्र कुछ अलग ही पेश कर रहे हैं। ऐसे लोगों पर लगाम कसने की जरूरत है।
        चक्रपाणि ने शनि शिंकणापुर के सवाल पर कहा कि मंदिर में महिलाओं को प्रवेश नहीं देना नैसर्गिक अधिकार के खिलाफ है। हमारे देव अर्धनारीश्वर हैं। बिना मां की समाज में किसी की भूमिका प्रणम्य नहीं है। स्वामी विवेकानंद ने भी कहा कि दुनिया के सारे धर्म की निचोड़ मां है। उन्होने कहा कि कुछ गलत परंपराएं पड़ गयी हैं। उन्हें हटाना जरूरी है। शनि शिंगणापुर में भी परंपरा टूट रही है।
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