रायपुर। राज्य शासन के महिला एवं बाल विकास विभाग के सचिव सोनमणि बोरा ने जिला चिकित्सालय परिसर स्थित वन स्टॉप सेंटर ‘सखी’ का निरीक्षण कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान श्री बोरा ने ‘सखी’ की कार्यप्रणाली, दर्ज प्रकरणों और निराकरण की स्थिति आदि के बारे में सम्पूर्ण जानकारी ली। इस अवसर पर संचालक महिला एवं बाल विकास संजय अलंग भी उपस्थित थे। श्री बोरा ने सखी में कार्यरत कर्मचारियों और संबंधित अधिकारियों की बैठक भी ली। बैठक में उन्होंने कहा कि सखी में प्रकरण दर्ज करने वाली पीड़ित महिलाएं और बालिकाएं निश्चित ही काफी परेशान और आहत होती हैं। इन बातों का ध्यान रखते हुए यहां कार्यरत सभी अधिकारी और कर्मचारी पीड़िताओं से सहानुभूति पूर्वक व्यवहार करें।
यदि टेलीफोन से कोई पीड़ित प्रकरण दर्ज कराती है, तब भी उनसे स्नेह पूर्वक आवश्यक पूछताछ करें। उन्होंने कहा कि काउंसलिंग के समय भी पीड़ित़ महिलाओं और बालिकाओं को समझाईश देते समय काउंसलरों में संवेदनशीलता का भाव होना चाहिए। श्री बोरा ने पीड़िताओं के लिए दैनिक जरूरतों की सामग्रियों की उपलब्धता सखी सेंटर में सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए।
बैठक में बताया गया कि केन्द्र में केस दर्ज करने के लिए कम्प्यूटर में आटो सिस्टम सॉफ्टवेयर का उपयोग किया जा रहा है।
इस साफ्टवेयर में आटो सिस्टम से फोन या स्वयं सेंटर में उपस्थित होकर पीड़ित द्वारा दर्ज केस की आडियो रिकार्डिंग हो जाती है और दर्ज केस में बाद में किसी प्रकार का बदलाव नहीं किया जा सकता। 16 जुलाई 2015 को स्थापित इस केन्द्र में अब तक दैहिक शोषण, दहेज प्रताड़ना, घरेलू हिंसा, सम्पत्ति विवाद, व्यक्तिगत विवाद, बलात्कार, पेंशन संबंधित समस्या, टोनही प्रताड़ना, विक्षिप्तता, रांग नम्बर से परेशानी, धोखाधड़ी और छेड़छाड़ सहित विभिन्न प्रकार के 344 प्रकरण दर्ज हो चुके हैं, जिनमें से करीब दो सौ प्रकरणों का निराकरण किया जा चुका है। दूरभाष नम्बर 0771-4061215 और टोल फ्री नम्बर 181 के माध्यम से सखी सेंटर में शिकायत दर्ज किया जा सकता है। इसके अलावा ‘सखी रायपुर’के नाम से संचालित फेसबुक और ‘सखी न्यू होम’ के नाम से संचालित ट्वीटर के माध्यम से भी प्रकरण दर्ज कराया जा सकता है।