रायपुर। केन्द्र सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुरूप छत्तीसगढ़ में भी ग्राम उदय से भारत उदय अभियान की तैयारी लगभग पूर्णता की ओर है। भारतीय संविधान के निर्माता डाॅ. भीमराव अम्बेडकर की 125 वीं जयंती के अवसर पर ग्यारह दिनों का यह विशेष अभियान 14 अप्रैल से शुरू होने जा रहा है। अभियान तीन चरणों में 24 अप्रैल तक चलेगा। प्रथम चरण में 14 अप्रैल से 16 अप्रैल तक सामाजिक समरसता पर आधारित कार्यक्रम होंगे। दूसरे चरण में 17 अप्रैल से 20 अप्रैल तक छत्तीसगढ़ की लगभग ग्यारह हजार ग्राम पंचायतों के हर गांव में यानी लगभग 20 हजार गांवों में किसान सभाओं का आयोजन किया जाएगा।
मुख्यमंत्री डाॅ. रमन सिंह के निर्देश पर सभी संबंधित विभागों ने अभियान के लिए अपनी-अपनी तैयारियां लगभग पूरी कर ली हैं। प्रभारी मुख्य सचिव अजय सिंह ने सोमवार को मंत्रालय में इस सिलसिले में वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के जरिए प्रदेश के सभी पांच संभागीय कमिश्नरों, 27 जिला कलेक्टरों और जिला पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों की बैठक लेकर तैयारियेां की समीक्षा की। बैठक में संबंधित विभागोें के सचिव स्तर के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हुए। प्रभारी मुख्य सचिव अजय सिंह ने बैठक में बताया कि भारत सरकार ने पूर्व घोषित ’ग्राम स्वराज अभियान’ को अब 14 अप्रैल से 24 अप्रैल तक ’ग्राम उदय-भारत उदय अभियान’ के रूप में तीन चरणों में संचालित करने का निर्णय लिया है।
प्रथम चरण में 14 अप्रैल से 16 अप्रैल तक आयोजित होने वाली सामाजिक समरसता कार्यक्रमों के आयोजन की जिम्मेदारी हर जिले में जिला स्तर पर आदिम जाति विकास विभाग, पंचायत विभाग, महिला एवं बाल विकास, समाज कल्याण और संस्कृति विभाग सहित अन्य विभागों को सौंपी गई है। इसके अंतर्गत 14 अप्रैल को ग्राम पंचायतों में डाॅ. अम्बेडकर की तस्वीर पर माल्यार्पण के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ होगा। सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे। बच्चों के लिए चित्रकला प्रतियोगिता का भी आयोजन करने की सलाह दी गई। द्वितीय चरण में 17 अप्रैल से 20 अप्रैल के बीच हर गांव में ग्राम किसान सभा का आयोजन किया जाएगा।