रायपुर।प्रदेश में चल रहे लोक सुराज अभियान के दौरान डॉ. रमन सिंह ने 28 अप्रैल को नक्सल हिंसा पीड़ित सुकमा जिले में प्रदेश के सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों के बच्चों को सप्ताह में एक बार मीठा दूध देने के लिए मुख्यमंत्री अमृत योजना का शुभारंभ किया था।डॉ. सिंह तीन तारीख को सरगुजा राजस्व संभाग के कोरिया जिले के ग्राम सलगवांकला (विकासखण्ड-सोनहत) में दोपहर 12 बजे ’महतारी जतन’ योजना का शुभारंभ करेंगे।राज्य के बच्चों और गर्भवती माताओं के स्वास्थ्य को लेकर रमन सरकार काफी चिंतित है। इस दिशा में मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ को देश और दुनिया में कुपोषण मुक्त राज्य के रूप में पहचान दिलाने की ठोस पहल शुरू हो गई है।
लगभग 50 हजार आंगनबाड़ी केन्द्रों में तीन वर्ष से छह वर्ष तक आयु समूह के बच्चों को पूरक पोषण आहार के रूप में पौष्टिक, सुगंधित और मीठा दूध देने के लिए मुख्यमंत्री अमृत योजना की शुरूआत हो चुकी है। अब इसके ठीक पांच दिन बाद तीन मई को प्रदेश की गर्भवती माताओं के लिए आंगनबाड़ी केन्द्रों में प्रतिदिन दोपहर का गर्म और ताजा भोजन देने की योजना ’महतारी जतन’ का भी शुभारंभ होने जा रहा है।
मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने राज्य सरकार के चालू वित्तीय वर्ष 2016-17 के बजट में मुख्यमंत्री अमृत योजना के लिए 25 करोड़ रूपए और महतारी जतन योजना के लिए भी 25 करोड़ रूपए का प्रावधान किया है। मुख्यमंत्री लोक सुराज अभियान के तहत अपने भ्रमण के दौरान तीन मई को ही सलगवां कला में आयोजित समारोह में कोरिया जिले के सोनहत विकासखण्ड को ’खुले में शौच मुक्त’ विकासखण्ड घोषित करेंगे।