डॉक्टरो से मारपीट–आटो यूनियन के सामने झुकी पुलिस

BHASKAR MISHRA
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GAU HATYA GIRAFTAR-VSLबिलासपुर—रायपुर से बिलासपुर निजी कार्यक्रम में शामिल होने दो डॉक्टरों के साथ आटो चालक ने मारपीट और छेडछाड़ की घटना को अंजाम दिया है। आटो चालक की गुण्डागर्दी के समर्थन में आटो संघ के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष तोरवा थाना पहुंचकर टीआई को अपने प्रभाव में ले लिया। प्रभारी ने आटो चालक पर प्रतिबंधित धारा के तहत मामला दर्ज कर खाना पूर्ति की है।

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                 पुराना बस स्टैण्ड के पास जन्मदिन की पार्टी में शामिल होने डॉक्टर अभिमन्यु गौर और डॉक्टर श्रद्धा सेन रायपुर से बिलासपुर पहुचे। दोनो ट्रेन से उतरकर रेलवे स्टेशन के गेट नम्बर तीन से बाहर पहुचे। एक आटो चालक पास पहुंचकर पूछा कि कहां जाना है..डॉक्टरो ने बताया कि हमें आटो की जरूरत नहीं है दोस्त की गाड़ी से हम चले जाएंगे। आटो चालक ने छीटाकंसी करते हुए कहा कि गर्लफेंड आ रही है या ब्यायफ्रेंड… इस पर डॉक्टर अभिमन्यु गौर ने आटो चालक से तमीज से बात करने को कहा…आटो चालक आग बगुला हो गया… डॉक्टर को अभिमन्यु को मारना शुरू कर दिया…अभिमन्यु ने भी आटो चालक पर हाथ उठाया…इसके बाद आटो स्टैण्ड में खडे अन्य ड्रा़यवर भी पहुंच गये…एक आटो चालक ने डॉक्टर का कान मरोड़कर होशियारी ना करने और युनियन की धमकी देने लगा।

                   इस बीच जब जब डॉक्टर श्रद्धा ने बीच बचाव का प्रयास किया तो आटो चालको ने उसके साथ भी छेड़छाड करने लगे। किसी तरह दोनो तोरवा थाने पहुचे और मामले की शिकायत की। तोरवा थाना स्टाफ ने आरोपी आटो चालक बंटी पिता मुन्ना को हिरासत में लिया। आटो चालक के गिरफ्तार होते ही यूनियन के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष थाने पहुच कर मामले को दबाने का प्रयास किया। थाना प्रभारी ने महिला डॉक्टर श्रद्धा और डॉक्टर अभिमन्यु की शिकायत और शिनाख्त के बाद खानापूर्ती करते हुए आईपीसी की धारा 151 के तहत मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।

                        मालूम हो की पिछले कुछ महिनो से स्टेशन और अन्य चौक-चौराहो पर आटो चालकों की मनमानी कुछ ज्यादा बढ़ गयी है। किसी को भी ठोकर मार देते हैं। आज एक अन्य घटना में रेलवे बुकिंग काऊंटर की एक महिला को एक आटो चालक ठोकर मार फरार हो गया। कुछ दिन पहले चलती सिटी बस के चालक को गाडी से उतार कर मारपीट करने वाला आटो चालक ही था।  पुलिस मामले में कार्रवाई के नाम पर महज 151 की धारा दर्ज कर अपना पल्ला झाड लेती है। जाहिर सी बात है कि आटो चालको के हौसले बुलंदी पर हैं।

 

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