बिलासपुर। मुख्यमंत्री ने बुधवार दोपहर को लोक सुराज अभियान के तहत मुंगेली जिले के विकासखंड मुख्यालय पथरिया में आयोजित एक विशाल जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने इस अवसर पर क्षेत्र के विकास के लिए लगभग 154 करोड़ रूपए के पूर्ण हो चुके 82 निर्माण कार्यों का लोकार्पण किया, इनमें स्कूल भवन और सड़क आदि से संबंधित कार्य शामिल हैं। डॉ. सिंह ने राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं के तहत दो हजार 279 हितग्राहियांे को अनुदान सामग्री सहित एक करोड़ 27 लाख रूपए के चेक वितरित किए। कार्यक्रम में खाद्य, नागरिक आपूर्ति और ग्रामोद्योग मंत्री पुन्नूलाल मोहले, छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल के अध्यक्ष भूपेन्द्र सवन्नी और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक सहित अनेक जनप्रतिनिधि भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा-पिछले वर्ष कमजोर मानसून के कारण प्रदेश में सूखे की स्थिति बनी और प्रभावित क्षेत्रों में राज्य शासन द्वारा राहत के सभी उपाय तत्काल शुरू किए गए। विभिन्न मदों और योजनाओं के तहत सूखा राहत के लिए लगभग 1900 करोड़ रूपए खर्च किए जा रहे हैं। लगभग नौ लाख 50 हजार किसानों के अल्प कालीन कृषि ऋणों को दीर्घ कालीन ऋणों में परिवर्तित किया गया है। इसके लिए 300 करोड़ रूपए की ब्याज की राशि की उन्हें छूट दी गई है।
ब्याज की यह राशि यह राशि राज्य शासन द्वारा जमा की गई है। प्रदेश सरकार किसानों को खेती के लिए सहकारी समितियों के माध्यम से ब्याजमुक्त ऋण दे रही है। इस पर लगभग तीन हजार करोड़ रूपए खर्च किए जा रहे हैं। राज्य में विगत बारह वर्ष में सिंचाई पम्प कनेक्शनधारक किसानों की संख्या तीन लाख 65 हजार तक पहुंच गई है।
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री के स्वच्छ भारत मिशन का जिक्र करते हुए सभी लोगों से पथरिया विकासखंड और मुंगेली जिले को खुले में शौचमुक्त घोषित करने की दिशा में सक्रिय सहयोग का आव्हान किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी माताओं, बहनों और बेटियों को खुले में शौच की मजबूरी से मुक्ति दिलाने के लिए यह बहुत जरूरी है। राज्य सरकार इसके लिए प्रति परिवार 12 हजार रूपए का सहयोग दे रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गांव में कई लोगों के पक्के मकान होते है, घर में ट्रैक्टर, मोटरसायकिल आदि होते हैं, लेकिन यह देखा गया है कि ऐसे मकानों में शौचालय नहीं होते, जबकि वे इसे बनवा सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा महात्मा गांधी का यह विचार था कि बीमारियों से बचाव के लिए और स्वस्थ और स्वच्छ परिवेश के लिए घरों में शौचालय होने चाहिए।