रायपुर। प्रदेश व्यापी लोक सुराज अभियान के तहत मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह सोमवार सुबह रायपुर के ग्राम फरफौद (विकासखंड आरंग) अचानक पहुंचे। उन्होंने वहां सर्वोदय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय परिसर में ग्रामीणों की चौपाल में उनकी विभिन्न समस्याओं का निराकरण किया। मुख्यमंत्री ने ग्राम वासियों के आग्रह पर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र भवन, मॉडल पंचायत भवन और प्राथमिक शाला भवन स्वीकृत करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि मॉडल पंचायत भवन के निर्माण के लिए लगभग 40 लाख रूपए मंजूर किए जाएंगे। मुख्यमंत्री को यह जानकर खुशी हुई कि ग्राम पंचायत फरफौद को मनरेगा के तहत सराहनीय कार्यो के लिए पिछले वर्ष 2015 में केन्द्र सरकार द्वारा राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है।
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डॉ. सिंह ने ग्राम पंचायत फरफौद में सीमेंट कांक्रीट सड़क और नाली निर्माण के लिए 25 लाख रूपए मंजूर करने का भी ऐलान किया। डॉ. सिंह ने ग्रामीणों के अनुरोध पर फरफौद के नैया तालाब का निरीक्षण किया और लगभग 30 एकड़ इस तालाब के सौंदर्यीकरण के लिए 50 लाख रूपए की मंजूरी तुरन्त प्रदान कर दी। उन्होंने कहा कि तालाब के किनारे एक सुन्दर बगीचा और बच्चों के लिए झूला घर भी बनाया जाएगा।
मुख्यमंत्री के साथ विधान सभा अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल, प्रदेश शासन के मुख्य सचिव विवेक ढांड और मुख्यमंत्री के संयुक्त सचिव रजत कुमार भी फरफौद पहुंचे थे। मुख्यमंत्री के आगमन की सूचना मिलते ही कलेक्टर ओ.पी. चौधरी भी वहां पहुंच गए थे। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर चौपाल में फरफौद के श्रीराम नगर मोहल्ले में पेयजल समस्या के निराकरण के लिए जिला कलेक्टर को आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री महतारी जतन योजना, मुख्यमंत्री अमृत योजना के संचालन के संबंध में ग्राम वासियों से चर्चा की। इसके अलावा उन्होंने विभिन्न योजनाओं के तहत हितग्राहियों को प्रदाय राहत राशि एवं सामाग्री के वितरण के बारे में भी पूछ-ताछ की। इस दौरान मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने ग्राम फरफौद को वर्ष 2015 में मनरेगा के अंतर्गत मिले राष्ट्रीय पुरस्कार पर प्रसन्नता व्यक्त की और सरपंच हिम्मत सिंह ठाकुर की गांव के विकास के लिए तेजी से कराये जा रहे कार्यो की सराहना की।