अंग्रेजों की शैली से देश को न चलाएं-शंकराचार्य

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Copy of IMG-20160601-WA0091 (1)बिलासपुर(पेंड्रा रोड)। जगन्नाथपुरी गोवर्धन मठ के जगद्गुरू शंकराचार्य स्वामी श्री निश्चलानंद सरस्वती जी ने कहा है कि अग्रेजों ने आज भी अपने देश में राजतंत्र की गद्दी को बनाए रखा है, और हमारे देश का राजतंत्र खत्म करा दिया है। पोप के तरीके से भारत देश को चलाया जा रहा हैं। स्कॉन के मंदिरों में धर्म गुरू बैठाए जा रहे हैं जो ये कभी हीं कहते की हिन्दु उनके गुरू हैं, लेकिन वे हिन्दुओं के धर्म गुरू बनकर बैठे हैं। आज भारत में अग्रेजों की शैली से देश का संचालन किया जा रहा है। हमारे देश का ज्ञान विदेशों में भेजा जा रहा है और देश को खोलला बनाया जा रहा है। वो दिन दूर नहीं धीरे-धीरे ऐसे लोग ही विधानसभा और लोकसभा में प्रवेश कर जाएंगे।

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                 IMG-20160601-WA0090वे दो दिवसीय पेंड्रा रोड प्रवास के दौरान हरीचंदा मंगल भवन में धर्म सभा को संबोधित कर रहे थे। शंकराचार्य जी ने कहा कि आज भारत के हर नागरिक को अपने देश और समाज के बारे में विचार करने की जरूरत हैं। कि हम इस देश को कैसे सतानत धर्म देश बनाएं। सिर्फ और सिर्फ स्वार्थी होकर जीवन के लिए यह मानव जीवन नहीं मिला है। देश और समाज के लिए सोचना और सनातन धर्म की रक्षा के लिए कर्मठता काम करना ही मानव जीवन का उद्देश्य होना चाहिए। ये तभी संभव है जब हम अपने बच्चों को घर में अच्छे संस्कार दें उन्हें सनातन धर्म की राह पर ले जाएं। जिस तरह से वर्तमान में नजर आ रहा है कि लोग सिर्फ स्वार्थ के लिए ही जीवन जी रहे हैं। भौतिक सुख सुविधा को जुटाना ही जीवन का उद्देष्य हो गया हैं।

              श्री निश्चलानंद सरस्वती जी ने कहा कि मन को नियंत्रित करना जरूरी है, क्योंकि मन ही चंचल है और यही जीवन में भटकाव लाता है। मन ही पाप करने के लिए दुपप्रेरित करता है, मन ही अधर्म की ओर ले जाता है,मन नही व्यक्तित्व का पतन करता है और मन ही देव से राक्षस बनाता है। मन को नियंत्रित करने ही हम आत्म बल पा सकते हैं। श्री निश्चलानंद सरस्वती जी ने कहा कि मानव शरीर केवल भोग विलास के लिए नहीं बना है। यदि इस संसार को मोक्ष पाना है तो इस शरीर को भोग से दूर रखना होगा नहीं तो यह शरीर भोग में ही नष्ट हो जाएगा।

            आयोजन में अखिल भारतीय पीठ परिपद के राप्ट्रीय उपाध्यक्ष आचार्य पं. झम्मन शास्त्री, आदित्य वाहिनी के प्रदेश अध्यक्ष शैलेष पाण्डेय, आनंद वाहिनी के राप्ट्रीय महामंत्री सीमा तिवारी, संदीप पाण्डेय, प्रफूल्ल शर्मा, आदित्व वाहिनी के जिला अध्यक्ष अभिषक पाण्डेय, मुरारी लाल अग्रवाल, जमुनाप्रसाद जायसवाल, मनोज अग्रवाल, विजय राय, नीरज जैन, निलेश साहू, नीरज साहू रोहन तिवारी, सर्व ब्राम्हण समाज, साहू समाज के अध्यक्ष सहित गौरेला,मारवाही, कोटा, बेलगहना, जटगा,पसान, अमरकंटक सहित दूर वनांचल के श्रद्वालू उपस्थित थे।

ज्ञान की तलवार से काटा जा सकता है अधर्म
श्री निष्चलानंद सरस्वती जी ने कहा कि ज्ञान ही एक ऐसा माध्यम है जिसके माध्यम से हम इस संसार से मुक्ति पा सकते हैं। ज्ञान ही हमें मोक्ष तक ले जा सकता है। ज्ञान से ही हम अधर्म के रास्ते पर नहीं जाते। ज्ञान से ही हम अपने धर्म का बाहरी आक्रमण से रोक सकते हैं और इससे ही सनातन धर्म की रक्षा हो सकती है। इसलिए के लिए आज धर्म का ज्ञान जरूरी हैं।

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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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