बिलासपुर। बिलासपुर कलेक्टर अनबलगन पी ने शुक्रवार को जनसमस्या निवारण शिविर में ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि मरवाही विकासखण्ड के 73 ग्राम पंचायतों में से 56 ग्रामपंचायतों को खुले शौच से मुक्त किया जा चुका है तथा शेष ग्राम पंचायतें भी अगले एक हफ्तें में खुले में शौच से मुक्त ग्राम बन जायेंगे। मरवाही जिले का पहला विकासखण्ड होगा जो ओडीएफ बनने जा रहा है। यह देश का अग्रणी विकासखण्ड होगा। जहां हर ग्रामीण अपने शौचालयों का उपयोग करेंगे। कलेक्टर ने बधाई देते हुए कहा कि ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों के सहयोग से ही यह कार्य संभव हो रहा है।
कलेक्टर ने कहा कि ग्राम मेढुका पहले से ही ओडीएफ हो चुका है। यहां कोई भी ग्रामीण बाहर शौच को नहीं जाते, यह बहुत हर्ष की बात है। कलेक्टर ने बताया कि जो भी ग्राम ओडीएफ होगा, वहां मनरेगा के तहत् नाली व सड़क निर्माण का कार्य स्वीकृत किया जायेगा। मनरेगा के तहत् मरवाही विकासखण्ड में 200 दिवस का कार्य मजदूरों को दिया जा रहा है। नगद मजदूरी भुगतान की स्वीकृति शासन द्वारा दी गई है। यह व्यवस्था इस वर्ष भी जारी रहेगी।
साथ ही शिविर में किसानों की मांग पर कलेक्टर अन्बलन पी. ने गांव में ही खाद्-बीज वितरण व्यवस्था करने के निर्देश दिए। मेढुका ग्राम के किसानों को 12 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम लरकेनी के सहकारी समिति से खाद्-बीज का उठाव करना पड़ता है। जिससे किसानों को परिवहन की परेशानी होती है। जनसमस्या निवारण शिविर में किसानों ने अपनी इस समस्या से कलेक्टर को अवगत कराया। कलेक्टर ने सहकारिता विभाग के अधिकारी को बुलाकर दो दिन के भीतर मेढुका में ही किसानों को बीज और खाद उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। जिससे उक्त ग्राम के किसानों को काफी सुविधा होगी।
वहीं शिविर मे उपस्थित विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने अपने विभागीय योजनाओं की जानकारी दी। कार्यक्रम में जनपद पंचायत मरवाही द्वारा राष्ट्रीय परिवार सहायता योजनान्तर्गत 9 हितग्राहियों को 20-20 हजार रूपये का चेक वितरण किया गया। इसी तरह सहकारी बैंक द्वारा किसान क्रेडिट कार्ड योजना के तहत् 6 किसानों को 01 लाख 48 हजार रूपये का चेक बांटा गया। स्वास्थ्य विभाग द्वारा 6 हितग्राहियों को स्टीक और वाॅकर का वितरण किया गया।