बिलासपुर—मुंगेली पुलिस लाइन में तैनात महिला आरक्षक ने आई जी पवन देव पर गंभीर आरोप लगया है। महिला का आरोप है कि आई पवनदेव देर रात फोन कर परेशान करते हैं। महिला ने चकरभाटा थाना पहुंचकर शिकायत की है। लेकिन पुलिस कर्मचारियों ने शिकायत लिखने से इंकार कर दिया। महिला ने आईजी और अपने बीच बातचीत का आडियों भी जारी किया है। महिला आरक्षक के अनुसार आईजी पवन देव पुलिस प्रशासन के बड़े अधिकारी हैं। बिलासपुर में न्याय मिलने की संभावना नहीं है। मैं सारे दस्तावेज डीजीपी के सामने रखूंगी।
मुंगेली की महिला आरक्षक ने आईजी पवन देव से बातचीत के तीन आ़डियों जारी किये हैं। महिला आरक्षक ने बताया कि आई जी पवन देव देर रात फोन कर परेशान करते हैं। बंगले में आने के लिए दवाब डालते हैं।
महिला ने बताया कि आईजी के खिलाफ चकरभाटा पुलिस ने शिकायत लिखने से इंकार कर दिया है। अब न्याय की उम्मीद डीजीपी से है। उनके सामने ही सारे साक्ष्य को रखूंगी। महिला के अनुसार केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह बिलासपुर प्रवास पर थे उसी दौरान आईजी ने फोन पर अश्लील बातें की। अपने पास आने के लिए दबाव डाला । बातचीत के दौरान आई नशे में थे। उन्होने कई बार रात्रि तीन से चार बजे रात्रि तक बात की है।
महिला ने बताया कि वह बहुत छोटी कर्मचारी है। मेरे साथ यदि कुछ भी होगा इसकी जिम्मेदारी आई की होगी। बताया जा रहा है कि महिला की शिकायत को रायपुर पुलिस ने ले लिया है।
जानकारी के अनुसार आईजी पवन देव मीडिया से बताया है कि महिला आरक्षक के सभी आरोप बेबुनियाद है। महिला का एक दिन पहले ही बर्खास्त उप-निरीक्षक से संबध है। दबाव बनाने और बदनाम करने की सोची समझी रणनीति के तहत महिला ने कदम उठाया है।
मामले को लेकर गृहमंत्री रामसेवक पैकरा और डीजीपी के बीच रायपुर में एकांत बैठक हुई है। बातचीत में क्या कुछ हुआ समाचार लिखे जाने तक किसी प्रकार की जानकारी सामने नहीं आयी है। इस बीच सीजी वाल ने आई जी पवन देव से भी संपर्क का प्रयास किया लेकिन उन्होने कोई जवाब नहीं दिया। गृहमंत्री ने कोई ठोस जवाब नहीं दिया।
गहरी साजिश– गृहमंत्री
आईजी पवनदेव के खिलाफ सोची समझी साजिश है। जांच के बाद सब कुछ सामने आ जाएगा। साजिश के पीछे कौन है पता लगाया जाएगा। बहरहाल इसकी जानकारी हमें पत्रकारों से हुई है। छानबीन की जाएगी।
रामसेवक पैकरा..गृहमंत्री छत्तीसगढ़ सरकार