बिलासपुर। कानन पेण्डारी जू में दिनांक 26 मार्च 2016 को लायनेस वर्षा एवं लायन प्रिंस की प्रजनन से पैदा हुए तीनों शावकों को आज क्राल में छोड़ा गया। तीनों शावकों में दो मादा एवं एक नर शावक है इनको मिलाकर अब लायन की कुनबा 8 से बढ़कर 11 हो गया है, ये तीनों शावक आज 105 दिन (3.5 माह) के होकर सुरक्षित बढ़त को प्राप्त होने पर इन्हें इनके नाईट इन्क्लोजर जहां ये पैदा हुए थे उससे लगा हुआ क्राल पर खुली धूप एवं हवा से अभ्यस्त कराने के लिए छोड़ा गया है। यहां करीब एक माह रखने के बाद इन्हें विजिटर डिस्प्ले में पर्यटकों को दिखाने के लिए छोड़ा जावेगा।
शुक्रवार को पहली बार खुली हवा में आने पर ये शावक ज्यादा समय अपनी मां वर्षा के समीप ही रहे।लायन शावकों को पालना एक जटिल प्रक्रिया है जिसके तहत यहां कानन पेण्डारी जू में पैदा हुए शावकों की 24 घंटे निगरानी रखना होता है, जिसके लिए विडियो कैमरे लगे होते हैं, जिसकी सहायता से शावकों का अपने मां की दूध पीने से लेकर मदर की शावकों के प्रति केयर आदि प्रतिदिन देखना होता है। इस प्रक्रिया को पूरा होने में लगभग 90 दिनों का समय लगता है। शावक अपनी मां के साथ 45 से 50 दिनों में मदरफिड के साथ चिकन खाना प्रारंभ करते हैं एवं 60 से 75 दिनों अच्छे से खाना सीख जाते हैं इसके बाद इन्हें बाहरी वातावरण से अभ्यस्त कराना होता है इस प्रकार लगभग 120 से 130 दिनों में वांछित बढ़त को प्राप्त कर सुरक्षित हो पाते हैं।