बिलासपुर—सातवें वेतनमान को मजदूर विरोधी बताते हुए दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के कर्मचारियों ने महाप्रबंधक कार्यालय के सामने धरना प्रदर्शन किया। इसके पहले कर्मचारियों ने महारैली निकालकर धरना स्थल पहुंंचक जमकर नारेबाजी की। वेतन भत्तों में कटौती के लिए एम्पावर कमेटी के सिफारिशों को विरोध किया। धरना प्रदर्शन में जोन के तीनो मंडल नागपुर , रायपुर और बिलासपुर के क्रू प्वाइंट के रनिंग स्टाफ , लोको पायलट , सहायक लोको पायलट और गार्ड शामिल हुए।
रनिंग स्टाफ एसोसिएशन के अध्यक्ष ए.के.सिंह ने बताया कि कर्मचारी और संगठन एम्पावर कमेटी की सिफारिशों का विरोध करता है।कमीशन ने रेलवे कर्मचारियों के साथ छलवा किया है। पहली बार ग्रुप डी और सी को सबसे न्यूनतम वेतन बृद्धि दिया गया है। न्यूनतम और अधिकतम बेतन वृद्धि के अनुपात में भारी अंतर देखने को मिल रहा है। ए.के.सिंह ने बताया कि एम्पावर कमेटी ने पिछले पांच दशक से मिलने वाले भत्तों को खत्म कर दिया है। कर्मचारियों के साथ शोषण और ज्यादती है।
रेलवे बोर्ड ने 5 डायरेक्टरों की अलग एम्पावर कमेटी का गठन किया है। रनिंग स्टाफ के वेतन , वेतनमान और भत्तों का दर निर्धारण के नियमो को परिवर्तित कर भारी कटौती करेगी। रनिंग स्टाफ की पहचान ही खत्म हो जाएगा। एसोसिएशन की मांग है कि एम्पावर कमेटी को भंग किया जाए। साथ ही रनिंग स्टाफ का वेतन वास्तविक मानको से गणना कर निर्धारित किया जाए। सिंह ने बताया कि रेलवे कर्मचारी संघ ने पे बैंड को यथावत रखते हुए , एनपीएस समाप्त कर पुरानी पेंशन योजना को लागू करने समेत आठ सूत्रीय मांगों को लेकर विरोध किया जा रहा है।
रनिंग स्टाफ एसोसिएशन ने महाप्रबन्धक को लिखित में आठ सूत्रीय मांगों को सौंपते हुए उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी है।