उद्योगों के विस्तार से प्रदेश मे बढ़ेगा रोजगार

Shri Mi
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2212रायपुर।मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की अध्यक्षता में सोमवार को उनके निवास कार्यालय में राज्य योजना आयोग के अंतर्गत स्थायी कार्य समूहों की पहली बैठक हुई।इन कार्य समूहों का गठन औद्योगिक क्षेत्रों के विकास से जुड़े विषयों के लिए किया गया है। योजना आयोग के अंतर्गत उद्योग, कौशल विकास, तकनीकी एवं उच्च शिक्षा तथा रोजगार क्षेत्र के विकास के लिए टाक्स फोर्स का गठन किया गया है। टास्क फोर्स के अंतर्गत  सात अलग-अलग कार्य समूह बनाए गए हैं। इनमें खनिज, रासायनिक एवं वृहद उद्योग, इलेक्ट्रानिक्स निर्माण, शिक्षा एवं नियोजनिता (रोजगार) का विकास, कौशल तथा सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योगों के विकास, सूचना प्रौद्योगिकी एवं सॉफ्टवेयर उद्योग, मेकेनिकल ऑटो मोबाईल एवं ऑटो कंपोनेंट उद्योग और शहरी एवं आधारभूत संरचना के विकास के कार्य समूह शामिल हैं। डॉ. सिंह ने बैठक में इन कार्य समूहों के विशेषज्ञों से विचार विमर्श के बाद कहा कि औद्योगिक विकास से राज्य में रोजगार के नये अवसर बढ़ेंगे। उन्होंने यह भी ऐलान किया कि छत्तीसगढ़ में इन सभी क्षेत्रों में उद्योगों के विस्तार के लिए आगामी दस वर्षों की एक सुव्यवस्थित कार्य योजना तैयार की जाएगी।

             
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                                       मुख्यमंत्री ने कहा कि इन उद्योगों के विस्तार से प्रदेश में उपलब्ध संसाधनों का बेहतर उपयोग हो सकेगा और युवाओं के लिए रोजगार के अवसरों में भी वृद्धि हो सकेगी। इन समूहों का गठन अलग-अलग क्षेत्रों जैसे सौर ऊर्जा, आई.टी., इलेक्ट्रॉनिक्स, ऑटोमोबाइल, फार्मास्युटिकल आदि क्षेत्रों में कलस्टर इंडस्ट्रीज की संभावनाओं पर विचार करने और इनके विकास के लिए कार्ययोजना तैयार करने के लिए किया गया है।

                                   मुख्यमंत्री ने कहा – विभिन्न स्थायी कार्यसमूह अपने-अपने क्षेत्रों में प्रदेश में उद्योगों के विस्तार की संभावनाओं, निजी पूंजी निवेश लाने, राज्य की आवश्यकताओं और विभिन्न उद्योगों के लिए संसाधनों की उपलब्धता का अध्ययन कर अपने-अपने सुझाव दें। बैठक में विभिन्न स्थायी कार्य समूहों के अध्यक्षों ने अपने कई महत्वपूर्ण प्रारंभिक सुझाव दिए। बैठक में केमिकल, मटलर्जिकल उद्योगों के विकास, वेल्यूएडेट केमिकल उद्योग, एल्युमिना से रसायनिक उत्पाद तैयार करने के उद्योग, कोल बेस्ट मिथेन और यूरिया तैयार करने के उद्योग, सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में युवाओं में कौशल विकास के लिए मेसिव ओपन ऑनलाईन पाठ्यक्रम तैयार करने, सूचना प्रौद्योगिकी आधारित सेवाओं के विस्तार (आईटीईएस), इंडिया पोस्ट के माध्यम से बैंक से भुगतान की सुविधा का ग्रामीण क्षेत्रों तक विस्तार, विद्यार्थियों की साफ्ट स्किल में टेªनिंग जैसे अंग्रेजी में छह माह का फाउंडेशन कोर्स प्रारंभ करने, सौर ऊर्जा और सौर ऊर्जा उद्योगों के व्यापक विस्तार, औद्योगिक क्षेत्रों में शहरी आधारभूत संरचनाओं के सुनियोजित विस्तार जैसे नगरनार में स्थापित हो रहे इस्पात संयंत्र के समीप आधारभूत संरचना तेजी से विकसित की जा रही है, फार्मास्युटिकल उद्योग, ऑटो मोबाइल उद्योगों, इलेक्ट्रॉनिक उद्योगों के विकास पर विचार विमर्श किया गया।

                                       मुख्यमंत्री ने बैठक में बताया कि प्रदेश सौर ऊर्जा के उपयोग की व्यापक संभावनाएं हैं। प्रदेश के वनांचलों के 300 गांवों, 1500 छात्रावास और आश्रमों, विभिन्न पुलिस चौकी और थानों तथा शासकीय भवनों को सौर ऊर्जा से विद्युतीकृत किया जा रहा है। इन गांवों में सौर ऊर्जा संयंत्रों और उपकरणों के मेंटेनेंस के लिए स्थानीय युवाओं को प्रशिक्षण देकर गांवों में ही काम उपलब्ध कराया जा रहा है।

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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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