सीयू मे कुलपति ने फहराया तिरंगा

Shri Mi
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15agबिलासपुर।70वा स्वतंत्रता दिवस वर्षगांठ पावन पर्व के पुनीत अवसर पर गुरु घासीदास विश्वविद्यालय में गुरु घासीदास जी की मूर्ति के पास प्रात: 7 बजे प्रभात फेरी रैली निकाली गई। रैली का शुभारंभ विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर अंजिला गुप्ता जी ने गुब्बारे छोड़कर किया एवं रैली का समापन विश्वविद्यालय प्रशासनिक भवन के झंडा वंदन स्थल पर समाप्त हुई।स्वतंत्रता दिवस का मुख्य कार्यक्रम विश्वविद्यालय प्रशासनिक भवन के प्रांगण में प्रात: 8 बजे किया गया। सर्वप्रथम कुलपति महोदया ने महात्मा गांधी जी चित्र पर माल्यापर्ण कर ध्वाजारोहण किया। इस शुभ अवसर पर उन्होंने उपस्थित शिक्षकों, अधिकारियों, कर्मचारियों, छात्र-छात्राओँ, एवं सुरक्षाकर्मियों सभी को 70वा स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनायें देते हुए उन्होंने देश की आजादी में बलिदान हुए वीर शहीदों को याद किया।

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                            इस अवसर पर कुलपति महोदया ने कहा कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय से प्राप्त निर्देशों के आलोक में विश्वविद्यालय में स्वतंत्रता दिवस पखवाड़ा मनाया गया इसके लिए छात्र-छात्राओँ ने जो सक्रियता, उत्साह एवं जागरुकता का परिचय दिया उसकी भी प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता के मायने बेहद विस्तृत हैं लेकिन स्वयं की नकारात्मक से छुटकारा पाना ही सही मायने में स्वतंत्रता है। उन्होंने स्वतंत्रता को राष्ट्र निर्माण, आर्थिक-सामाजिक विकास, एवं समाज के उत्थान के लिए किये गये कार्यों से जोड़कर देखे जाने पर बल दिया।

                        retकुलपति प्रोफेसर गुप्ता ने पाश्चात्य देशों की तुलना में भारत की आर्थिक स्थिति को ज्यादा मजबूत बताया साथ ही उम्मीद जताई कि वंचित वर्गों को संसाधनों को पूरा लाभ मिल सकेगा। छात्र-छात्राओँ का अव्हान करते हुए उन्होंने कहा कि वर्तमान युवा पीढ़ी पर विरासत को पहचानने और उसे आगे बढ़ाने की बड़ी जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि अनुशासन की चाबी से दुनिया की किसी भी मुश्किल का हल खोजा जा सकता है साथ ही सफलता की पहली आवश्यकता अनुशासन है।

                        स्वतंत्रता दिवस के पावन अवसर पर कुलपति प्रोफेसर अंजिला गुप्ता ने गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय में कुलपति पद को संभाले एक वर्ष होने पर गत वर्ष हुए कार्यों का उल्लेख भी किया। उन्होंने कहा कि हमारे माननीय प्रधानमंत्रीजी शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के साथ कौशल विकास पर गंभीरता पर कार्य कर रहे हैं ऐसे में हमारे विश्वविद्यालय में मौजूद कौशल विकास केंद्र ने 8 कार्यशालाओं का आयोजन किया जो सराहनीय है।

                       कुलपति प्रोफेसर अंजिला गुप्ता ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों से लंबित केंद्रीय पुस्तकालय में पाठ्यपुस्तकों की खरीदी को ना सिर्फ अंतिम रूप दिया गया बल्कि 2 करोड़ रुपये में पाठ्यपुस्तकों के आने का सिलसिला भी जल्द शुरु होगा। गौरतलब है कि विश्वविद्यालय में शिक्षण को गति एवं आधुनिकता प्रदान करने के लिए 280 आई-7 एवं 100 आई-5 नवीनतम तकनीक से लैस कंप्यूटरों की खरीदी हो चुकी है और जल्द ही विभिन्न विभागों को इन्हें सौंप दिया जाएगा। उन्होंने खासतौर पर नये बालिका छात्रावास की उल्लेख किया जिसका निर्माण 12 करोड़ रुपयों से किया जाएगा। यह दोमंजिला बालिका छात्रावास सभी प्रकार की नवीनतम सुविधा से लैस होगा। सीपीडब्ल्यूडी को दोनों नवीन बालक छात्रावासों, नवीन विभागों एवं कैफेटेरिया के आसपास के निर्माण के लिए 3 करोड़ रुपये की भी व्यवस्था की गई है।

                       विश्वविद्यालय के आवासीय परिसर एवं प्रशासनिक भवन की आवश्यकता के मद्देनजर 2.5 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली दो पानी की टंकियों के बारे मे भी कुलपति प्रोफेसर अंजिला गुप्ता ने बताया जिसका निर्माण केंद्रीय एजेंसी सीपीडब्ल्यूडी द्वारा किया जाना प्रस्तावित है। कला एवं समाज विज्ञाम अध्ययनशालाओँ के भवनों के निर्माण के लिए प्रयास जारी हैं जिनके परिणाम जल्दी ही नजर आएंगे।

                        इस शुभ अवसर पर उन्होंने कहा कि विश्वविद्यलाय में 207 शिक्षकों के रिक्त पदों के लिए भी विज्ञापन जारी किया जा चुका है जो किसी उपलब्धि से कम नहीं है। उन्होंने मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार के कार्यक्रम उन्नत भारत अभियान के अंतर्गत गोद लिये गांवों किये जा रहे विभिन्न विकासन्मोखी कार्यों का भी प्रशंसा की।

                      विश्वविद्यालय के छात्रों की पत्रिका ‘उड़ान’ की तारीफ करते हुए उन्होंने छात्र-छात्राओं को बधाई दी। इस अवसर पर उन्होंने यूजीसी नेट एवं गेट परीक्षाओं में विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओँ की सफलता के आंकड़े में हुए इजाफा पर प्रसन्नता जाहिर की। फॉर्मेसी विभाग के दो शिक्षकों को अमेरिका के प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय में अनुसंधान के लिए मिली विख्यात रमन फैलोशिप का भी उन्होंने जिक्र करते हुए बताया कि विश्वविद्यलाय प्रशासन ने इन दोनों शिक्षकों को क्रमश: 9 एवं 12 माह का अध्ययन अवकाश स्वीकृत किया है।

                        अकादमिक सत्र 2015-16 में मानव संसाधन विकास केंद्र द्वारा 9 कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है जिसमें 361 शिक्षक लाभान्वित हुए हैं उनमें से छत्तीसगढ़ राज्य के 296 शिक्षक हैं एवं शेष अन्य राज्यों के हैं।रैली का संचालन एनएसएस के नोडल अधिकारी डॉ. ब्रजेश तिवारी, मुख्य कार्यक्रम का संचालन अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रोफेसर एसवीएस चौहान तथा आभार प्रदर्शन कुलसचिव कार्यवाहक प्रोफेसर बीएन तिवारी ने किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के उत्साहित छात्र-छात्राओँ, शिक्षकों, अधिकारियों, कर्मचारियों एवं सुरक्षाकर्मी बड़ी संख्या में मौजूद रहे।

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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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