सीवीआरयू मे दिखा आज़ादी का रंग

Shri Mi
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inde_cvru1inde4बिलासपुर(करगीरोड)।आजादी की 70वीं वर्षगांठ के अवसर पर डाॅ.सी.वी.रामन् विश्वविद्यालय में ध्वजारोहण किया गया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति डाॅ.आर.पी.दुबे व कुलसचिव शैलेष पाण्डेय ने राष्ट्रध्वज तिरंगा को सलामी दी। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर कैंपस में स्वतंत्रता दौड़ आयोजित की गई। विद्यार्थियों ने भारतीय सैनिकों के लिए देशभक्ति के जब्बे भरे पोस्टर पेंटिंग,ग्रिटिंग व संदेश तैयार किया। आजादी की 70वीं वर्षगांठ के अवसर पर विश्वविद्यालय में एक पखवाड़े तक देशभक्ति का कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है।इस मौके पर विश्वविद्यालय के कुलपति डाॅ.आर.पी.दुबे ने अपने संबोधन में कहा कि स्वामी विवेकानंद ने सामाजिक परिर्वतन की पहल की थी, उन्होंने वेदांत दर्शन को समसमायिक रूप से प्रतिपादित किया था। विवेकानंद ने कहा था, कि युवाओं को आगे आकर वेदांत दर्शन की व्यवहारिक उपयोगिता सिद्व करनी होगी। तभी हम समाज में बड़ा परिवर्तन ला सकते हैं।

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                                         inde3डाॅ. दुबे ने बताया कि समाज को दिशा देने वाले शिक्षको के मुख्य रूप से दो प्रकार के ही उद्देश्य होते हैं। पहला ये कि जो ज्ञान उपलब्ध है उसे विद्यार्थियों तक पहुंचाना और दूसरा यह कि उसे क्षेत्र में रिसर्च की रचना करना। हम मुख्य रूप से इन्ही के आसपास ही कार्य कर पाते हैं, लेकिन हमें अब तीसरे उद्देश्य की ओर भी ध्यान केंद्रित करना होगा। वह यह कि इस वेंदाती ज्ञान को व्यवहारिक ज्ञान में लाकर उसकी उपयोगिता विद्यार्थियों में डालना होगा। आम तौर पर शिक्षित व्यक्ति में करूणा,दया,सहानभूति ओैर ईमानदारी कम दिखाई पढ़ती है। वह एक तरह से स्वार्थी होता जाता है, इसका सीधा कारण हमारी वेदांती शिक्षा का आभाव ही है।

                                id_newसमारोह में विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए डायरेक्टर रिसर्च डाॅ.पी.के.नायक ने कहा कि आज के समय में स्वाधीनता का सही अर्थ यह कि हम अपने क्षेत्र में बेहतर काम करने के लिए आजाद है। इसलिए समाज के हर वर्ग को इस आजादी को समझ कर देश के अच्छा काम करना चाहिए। समारोह में राष्ट्रीय सेवा योजना के विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया गया। विद्यार्थियों ने देश भक्ति के कार्यक्रमों की प्रस्तुति भी दी। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के विभागाध्यक्ष,प्राध्यापक,अधिकारी-कर्मचारी और बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे।

राष्ट्रीयता की कमी क्यों-कुलसचिव
inde2इस अवसर पर कुलसचिव शैलेष पाण्डेय ने कहा हमें आजादी के लिए संघर्ष नहीं करना पड़ा और हजारों लोगों के बलिदान से आजादी मिली। इसके बाद आज सब कुछ हमें मिला है, लेकिन आज का सबसे बड़ा प्रश्न यह है कि युवाओं में राष्ट्रीयता की कमी क्यों नजर आ रही है..? हमारी देश के प्रति एकता, अखण्डता और देशभक्ति में लगातार कमी क्यों आती जा रही है..? देश भक्ति का जज्बा, देश के प्रति सम्मान में ह्ास क्यो..? यही कारण है आज भारत को दूसरे देशों से की तुलना में कई विषयों में पीछे रहना पड़ता है। कुलसचिव श्री पाण्डेय ने कहा कि आजादी के बाद अब हमारे मन में राष्ट्रीयता की भावना लगातार बढ़नी चाहिए। हमें परिवार,समाज, राज्य और देश को आगे ले जाने के लिए हर कर्तव्य का निष्ठा और ईमानदारी से पालन करना चाहिए। चाहे हम किसी भी क्षेत्र से जुड़े हो। हम अपना काम बेहतर से बेहतर करके राष्ट्र के निर्माण में अपनी सहभागिता निभा सकते हैं।

9 से 23 तक..जरा याद करों कुर्बानी…
70 वीं वर्षगांठ के अवसर पर विश्वविद्यालय में आजादी उत्सव मनाया जा रहा है। अगस्त माह में विश्वविद्यालय में 15 दिनों तक देश भक्ति के कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। जिसमें कई प्रतियोगिता आयोजित की गई। यह सिलसिला 23 अगस्त जारी रहेगा। सभी संकाय के विद्यार्थी इसमें उत्साह से हिस्सा ले रहे हैं।
आजादी के रंग को दिखाया विद्यार्थियों ने
अपनों से दूर रहना देश की सुरक्षा में जीवन बीतने वाले भारतीय सैनिकों को भेजने के लिए विश्वविद्यालय में 70वी वर्षगांठ के अवसर पर पोस्टर,पेंटिंग,स्लोगन और ग्रिटिंग प्रतियोगिता आयोजित की गई। जिसमें विद्यार्थियों ने सैनिकों के लिए अपने मन के बात को संदेश के रूप में बताया है। विद्यार्थियों ने आजादी के हर रंग और भाव को बेहतरी से उगेरा। सभी प्रतिभागियों की प्रविष्टियां भारतीय सेना के मुख्यालय को भेजी जाएगी।
स्वतंत्रता दौड़ कैंपस में
इस अवसर पर विश्वविद्यालय में स्वतंत्रता दौड़ आयोजित की गई। जिसे कुलपति व कुलसचिव ने झंडी दिखाई। इस दौड़ में भारत माता की जय के नारे लगाते हुए विद्याथी, प्राध्यापक व अधिकारी-कर्मचारी शामिल हुए। विद्यार्थियों ने देश की सेवा का संकल्प लिया।

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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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