रायपुर।रक्षाबंधन के मौके पर गुरुवार की सुबह रायपुर में मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह को उनके निवास में शासकीय दृष्टिबाधितार्थ और श्रवनबधितार्थ विद्यालय मठपुरैना,रायपुर की बालिकाओ ने राखी बाँधी।इनके साथ ही रायपुर के माना और संभागीय मुख्यालय बिलासपुर के शासकीय बलिकागृहो की बालिकाओ ने भी मुख्यमंत्री को राखी बाँधी।मुख्यमंत्री ने बालिकाओ को आशीर्वाद देकर उनका मुँह मीठा कराया।वही इस मौके पर महिला एवं बाल विकास विभाग की मंत्री रामशिला साहू और महिला एवं बाल विकास विभाग से सचिव सोनमणि बोरा मौजूद थे।
रक्षाबंधन पर बालिकाओं के प्रति समाज में सकारात्मक सोच को और भी ज्यादा बढ़ावा देने के लिए रायपुर के नजदीक माना कैम्प मे शासकीय बाल गृह (बालिका) बालिकाओं ने विशेष कलात्मक राखी बनाई थी। जिसमें बेटियों की रक्षा के लिए समाज को ‘बेटी है तो कल है’ का सार्थक संदेश दिया था। मुख्यमंत्री डॉ.रमन सिंह ने इन बालिकाओं के इस रचनात्मक प्रयास की प्रशंसा की है।
महिला एवं बाल विकास विभाग के सचिव सोनमणि बोरा ने सभी 27 जिला कलेक्टरों, पुलिस अधीक्षकों और जिला पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को भी यह राखी भेजी है। उन्होंने पत्र मंे लिखा है कि वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार छत्तीसगढ़ राज्य में एक हजार बालकों की तुलना में केवल 969 बालिकाएं हैं। शहरी क्षेत्रों में यह अनुपात 932 और ग्रामीण क्षेत्रों 972 है।
ग्रामीण इलाको की तुलना में शहरी क्षेत्रों में बच्चों का लिंगानुपात तेजी से कम हुआ है। इसलिए यह बहुत आवश्यक है कि इस सामाजिक संकट के प्रति समाज को संवेदनशील बनाया जाए। पत्र में कहा गया है कि बालक-बालिकाओं के लिंगानुपात में सुधार लाने, बालिकाओं की शिक्षा सुनिश्चित करने, उन्हें सुनहरा भविष्य देने के लिए शासन द्वारा ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’, ‘नोनी सुरक्षा योजना’, सुकन्या समृद्धि योजना’, किशोरी शक्ति और सबला योजना’ आदि योजनाएं संचालित की जा रही हैं।
बालिकाओं के प्रति समाज में सकारात्मक सोच को बढ़ाने तथा बेटियों की रक्षा के लिए सामाजिक संदेश देने शासकीय बाल गृह (माना कैम्प) रायपुर की बालिकाओं द्वारा यह रक्षासूत्र (राखी) तैयार किया गया है। पत्र में सभी लोगों से रक्षाबंधन के पावन अवसर पर कन्या भ्रूण हत्या रोकने तथा बालिकाओं और महिलाओं के प्रति हिंसा और भेद-भाव को समाप्त करने के संकल्प के रूप में इस रक्षासूत्र को बांधकर अभियान में सहयोग प्रदान करने की अपील की गयी है।