रायपुर। संसदीय कार्य मंत्री अजय चन्द्राकर ने सिविल लाईन स्थित नवीन विश्राम भवन में आयोजित ‘मॉक युवा संसद’ में शामिल हुए। छत्तीसगढ़ शासन के सहयोग आयोजित इस दो दिवसीय कार्यक्रम में देश भर से विभिन्न प्रांतों आये युवा प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम में वन एवं विधि-विधायी मंत्री महेश गागड़ा भी उपस्थित थे। संसदीय कार्य मंत्री अजय चन्द्राकर ने कहा कि यदि हिन्दुस्तान की सबसे बड़ी पहचान है यहां की लोकतांत्रिक व्यवस्था है। उन्होंने हाल ही में संसद और कुछ विधान सभाओं में एक-दो बिन्दुओं के संशोधन के बाद अथवा असहमति को विचार-विमर्श करके सहमति में बदलते हुए सर्व सम्मति से पारित वस्तु और सेवा कर(जीएसटी) का हवाल देते हुए बताया कि सही मायने में यही वास्तविक लोकतंत्र है।
चन्द्रकार ने संयुक्त राज्य अमेरिका, जापान, चीन, श्रीलंका और राजशाही देश भूटान का उदाहरण देते हुए कहा कि द्वितीय विश्व युद्ध के बाद कहीं पूंजीवादी तो कहीं साम्यवादी व्यवस्था दिखाई देता है, जबकि इन सबके बीच हिन्दुस्तान में लोकतंात्रिक व्यवस्था मजबूत होता रहा है। चन्द्राकर ने बताया कि राज्य पुनर्गठन के बाद छत्तीसगढ़ पहला ऐसा राज्य है जहां सर्व सम्मति से स्वच्छता, साक्षरता जैसे जनहित से जुड़ी हुई विषय पर महत्वपूर्ण कानून बनाए गए है।
उन्होंने युवा संसद को यह भी बताया कि पूरे देश में छत्तीसगढ़ विधानसभा एक ऐसा विधान सभा है, जहां सदस्य गर्भगृह में जाते ही स्वयं निलंबित हो जाते हैं, लेकिन वह कितने समय के लिए निलंबित रहेंगे वह विधान सभा अध्यक्ष तय करते हैं।साथ ही चन्द्राकर ने आज के युवाओं को कल का भविष्य बताते हुए उन्हें स्वच्छ राजनीति में भागीदार बनने का सुझाव दिया। उन्होंने लोकतांत्रिक प्रणाली को मॉक युवा संसद के जरिए युवाओं और जन-जन तक पहुंचाने की अपील की।
कार्यक्रम को वन मंत्री श्री महेश गागड़ा ने भी संबोधित किया। गागड़ा ने कहा कि मजबूत भारत के लिए युवाओं को लोकतांत्रिक व्यवस्था का ज्ञान होना आवश्यक है। संसद और विधान मण्डलों में लोकहित के कार्य कैसे सम्पादित किए जाते हैं, कैसे कानून पारित होते हैं, इसका क्या परिणाम हो सकता है, इसकी जानकारी युवाओं को होना जरूरी है। तभी आने वाले समय में युवा-पीढ़ी के सुझाव जनहित के कानून बनाने में सहायक होंगे। उन्होंने कहा कि सुदृढ़ लोकतांत्रिक व्यवस्था से ही देश तरक्की की ओर आगे बढ़ेगा। इस अवसर पर मॉक युवा संसद के आयोजक सुश्री प्रियंका जैन, साक्षी और अनुराग सहित अनेक युवा प्रतिनिधि उपस्थित थे।