रायपुर—छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष अजीत जोगी ने पचास प्रतिशत संपत्ति बृद्धि का विरोध किया है। जोगी ने शुक्रवार को टैक्स के खिलाफ पार्टी के साथ असहयोग आंदोलन की राजधानी के पुरानी बस्ती क्षेत्र से की। क्षेत्र के लोगों ने जोगी के हस्ताक्षर अभियान का समर्थन किया। राजधानी के सभी 70 वार्डों में भी हस्ताक्षर अभियान चलाया गया। मालूम हो कि रायपुर नगर निगम आयुक्त ने फरमान जारी कर संपत्ति कर 50 फीसदी बढ़ा दिया है। छजकां ने फरमान का विरोध किया है। पार्टी कार्यकर्ता घर.घर जाकर लोगों को असह्योग आंदोलन से जोड़ रहे हैं।
जोगी ने पुरानी बस्ती इलाके में पहुंचकर लोगों को बताया कि जब कोई बढ़ा हुआ संपत्ति कर देगा ही नहीं तो सरकार को अपना निर्णय वापस लेना ही होगा। जोगी ने बढ़े हुए कर को टैक्स आतंकवाद बताया। उन्होने कहा कि अंग्रेजी सरकार के खिलाफ गांधीजी ने भी असहयोग आंदोलन चलाया था। उस समय अंग्रेजों ने भारतीयों पर जबरन नमक कर थोपा था। अब तो देश के अपने लोगों को शासन है। लेकिन करों का टोकरा जबरन थोपा जा रहा हैं। इसलिए सरकार के खिलाफ असहयोग आंदोलन करने की जरूरत पड़ी है।
जोगी ने बताया कि राज्य सरकार राजस्व संसाधनों का समुचित योजनाबद्ध तरीके से उपयोग करे तो छत्तीसगढ़ की जनता पर टैक्स लगाने की जरूरत ही पड़ेगी।लेकिन यहां तो सरकार से ज्यादा खुद के खजाने भरे जा रहे हैं । जनता को निचोड़.निचोड़ कर टैक्स वसूला जा रहा हैं।
जोगी ने सवाल उठाते हुए कहा कि पत्ति कर बढ़ाने के बारे में लोगों की दावा आपत्ति को दरकिनार क्यों किया गया। उन्होंने कहा कि सरका अलोकतांत्रिक होती जा रही है। सालों में किस.किस कर में कितनी बढ़ोतरी हुई है इसका हिसाब 2018 में जनता चुकता करने वाली है। सरकार के अलोकतांत्रिक होने का इससे बड़ा उदाहरण क्या हो सकता है कि बजट में मोबाइल पर वैट कम करने की घोषणा के बाद पिछले दरवाजे से वैट बढ़ा दिया गया। यह सरकार न व्यापारियों को कारोबार करने दे रही है और ना ही जनता को चैन से सोने दे रही है। जोगी ने कहा कि 2018 चुनाव के बाद छत्तीसगढ़ में कर.मुक्त शासन स्थापित किया जाएगा।