प्रदेश के मजदूरों और किसानों में आक्रोश-गोपाल राय

BHASKAR MISHRA
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IMG20160919123549बिलासपुर—आम आदमी पार्टी दिल्ली सरकार के श्रम एवं परिवहन मंत्री गोपाल राय आज बिलासपुर पहुंचे। पत्रकारों से बातचीत दौरान बताया कि छत्तीसगढ़ में आम आदमी पार्टी के लिए अपार संभावनाएं हैं। 8 सितम्बर से 20 सितम्बर के बीच उन्होने प्रदेश के सभी लोकसभा सीटों का भ्रमण किया। जनता प्रदेश की भाजपा सरकार से परेशान है। कांग्रेस में दम नहीं है कि रमन सिंह सरकार को चुनौती दे सके। आप नेता ने बताया कि छत्तीसगढ़ के मजदूर और किसान परेशान हैं। शिक्षा में बुनियादी सुविधाओं को अभाव है। खेती और खदान की धरती की अर्थ व्यवस्था पूरी तरह से चौपट है।

             
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                             आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और दिल्ली सरकार के कबीना मंत्री आज बिलासपुर में पत्रकारों से रूबरू हुए। उन्होने इस दौरान प्रदेश से लेकर देश की राजनीति पर जमकर जवाब दिया। उन्होने उरी सेक्टर में पाकिस्तान हमले की निंदा की। आतंकवाद और नक्सली समस्या को देश के लिए चुनौती बताया।

             गोपाल राय ने बताया कि उन्होने प्रदेश भ्रमण के दौरान लोकसभा के सभी जनता और आप कार्यकर्ताओं से संवाद किया है। 9 सितम्बर से 19 सितम्बर के बीच उन्होने कोरबा,सरगुजा,रायगढ़,जांजगीर,महासमुन्द,बस्तर,कांकेर,राजनांदगाव,दुर्ग और बिलासपुर लोकसभा सीट का भ्रमण किया है। इस दौरान उन्होने किसानों,मजदूर संगठनों से संवाद किया। उनकी समस्याओं को गंभीरता के साथ सुना भी। प्रदेश में साल 2018 में विधानसभा चुनाव होना है। आम आदमी पार्टी संगठन को सर्वे के बाद मजबूत बनाने की दिशा में काम किया जाएगा।

                               गोपाल राय ने बताया कि प्रत्येक लोकसभा सीट के लिए तीन सदस्यी कमेटी का गठन किया जाएगा। प्रत्येक टीम में एक लोकसभा का और दो विधानसभा के व्यक्ति को रखा जाएगा। जमीनी स्तर की रिपोर्ट चार पांच दिन के भीतर केन्द्रीय इकाई के सामने पेश किया जाएगा। राय ने बताया कि सर्वे तीन बिन्दुओं पर तैयार किया जाएगा। इसमें वर्तमान सरकार के प्रति जनता की राय, 90 विधायकों की कार्यप्रणाली, आम आदमी पार्टी और केजरीवाल के प्रति जनता सोच शामिल है।

   बातचीत के दौरान उन्होने बताया कि राज्य भ्रमण और आम लोगों से संवाद के बाद समझ आया कि यहां कि जनता वर्तमान सरकार से परेशान है। लेकिन उसके सामने कोई दूसरा विकल्प भी नहीं है। किसानों में भंयकर आक्रोश है। अभी तक सरकार ने समर्थन मूल्य का भुगतान नहीं किया है। प्रति एकड धान खरीदी का कोटा कम कर दिया गया है। फसल बीमा योजना को लेकर किसानों की सरकार के प्रति गहरी नाराजगी है। सूखा राहत में सरकार ने किसानों के साथ छल किया है। मात्र दस हजार रूपए देकर अपना पल्ला झाड़ लिया है। दिल्ली में पचास हजार रूपए प्रति हेक्टेयर सूखा राहत का बंटवारा किया गया है।

                           राज्य में मजदूरों की हालत बहुत अच्छी नहीं कही जा सकती है। अकेले भिलाई स्टील प्लांट में बीस हजार से अधिक मजदूर संविदा पर बहुत अल्प वेतन पर काम कर रहे हैं। उन्हें समय पर और पूरा भुगतान नहीं किया जा रहा है। पीडि़त मजदूरों का आंकड़ा लाखों के ऊपर है।

       सवालों का जवाब देते हुए गोपाल राय ने कहा कि बस्तर और आदिवासी क्षेत्र में 90 प्रतिशत विकास फन्ड लैप्स हो जाता है। आजादी के सत्तर साल के बाद भी प्रदेश का आदिवासी समुदाय विकास की मुख्यधारा से कोशों दूर है। चूंकि विपक्ष बहुत कमजोर है इसलिए किसानों,मजदूरों और गरीबों को न्याय नहीं मिल रहा है।

                    एक सवाल के जवाब में गोपाल राय ने बताया कि प्रदेश के लोगों से फीडबैक ले रहे हैं। प्रदेश की जनता परिवर्तन के मूड में है।आम आदमी पार्टी दिल्ली,पंजाब,गोवा,गुजरात के बाद छ्तीसगढ राज्य में संगठन को मजबूत बनाने का फैसला किया है। 90 विधानसभा में बूथ बनाए जांएगे। बूथ स्तर पर पार्टी को व्यवस्थित और संगठित किया जाएगा। जनसमस्याओं को तेजी से हल करने का पुरजोर प्रयास भी किया जाएगा।

      बातचीत के दौरान गोपाल राय ने बताया कि दिल्ली में एलजी ने चार सौ से अधिक जनहित निर्णय को जब्त कर लिया है।हमने बजट का एक चौथाई हिस्सा शिक्षा पर खर्च किया है। यहां की सरकारी स्कूलों की हालत बहुत खस्ता है लेकिन दिल्ली में ऐसा नहीं है। आम आदमी पार्टी के प्रयास से दिल्ली में सरकारी स्कूलों की हालत बेहतर है। लोग अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में ही पढ़ना चाहते हैं।

                             .गोपाल राय ने कहा कि कल के आतंकी हमले से पूरा देश स्तब्ध है। मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होने कहा कि कहीं ना कहीं केंद्र सरकार की विदेश नीति में खामी है। जिसका खामियाजा देश को भुगतना पड़ रहा है। दिल्ली में चिकनगुनिया से लगातार हो रही मौत पर उन्होने कहा कि  दिल्ली के अंदर उनके अधिकार क्षेत्र में जितने भी अस्पताल हैं वहां चिकनगुनिया से एक भी मौत नहीं हुई है।

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