पानी पर पुलिस का पहरा…जलसंसाधन परेशान

BHASKAR MISHRA
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IMG-20160921-WA0429बिलासपुर–जल संसाधन खारंग के कर्मचारी लगातार पानी की चोरी से परेशान हैं। मानिकचौरी क्षेत्र में ऊपर के किसान नहर काटकर दूसरे किसानों का हक छीन रहे हैं। पानी चोरी को देखते हुए जल संसाधन विभाग ने नहर की चौकसी बढ़ा दी है। पानी चोरों पर नजर रखने पुलिस जवानों को तैनात किया गया है। बावजूद इसके किसान पानी चोरी से बाज नहीं आ रहे हैं।

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                प्रदेश में खासतौर पर बिलासपुर में पानी की भारी किल्लत है। खारंग जल संसाधन खूंटाघाट में पानी के कम भराव को लेकर चिंतित है। मुख्य अभियंता आरपी साव ने बताया कि इस बार बिलासपुर में किसानों को पानी की भारी किल्लत का सामना करना पड़ सकता है। पिछले साल की तुलना में इस साल मात्र पचपन प्रतिशत ही खूंटाघाट जलाशय में पानी का भराव हुआ है। पिछली बार सूखे के बाद भी खूंटाघाट में 66 प्रतिशत पानी था। खड़ी फसल को ध्यान में रखते हुए खूंटाघाट जलाशय को 8 सितम्बर से पानी छोड़ दिया गया है। दो चार दिन बाद अंतिम किसान को भी पानी मिल जाएगा।

                                        खारंग जल संसाधन विभाग के ईई साव ने बताया कि इस बार भी मानसून ने धोखा दिया है। खूंटाघाट की प्यास नहीं बुझी है। किसान परेशान हैं। जिसे देखते हुए किसानों ने जगह-जगह नहर को नुकसान पहुंचाया है। गलत ठंग से नहर काटकर पानी का जमाव करना शुरू कर दिया है। जिसके चलते पानी का बहाव अंतिम छोर तक नहीं पहुंच रहा है।

                             साव ने बताया कि खूंटाघाट जलाशय से बिलासपुर जिले के करीब एक लाख बीस हजार एकड़ क्षेत्र को पानी दिया जाता है। उम्मीद है दो चार दिन में क्षेत्र के सभी किसानों के खेत तक पानी पहुंच जाएगा। साव के अनुसार लाख कोशिशों की बाद भी नहरों को काटने सिलसिला नहीं रूक रहा है। पुलिस निगहबानी में भी देर रात किसान नहर काटकर अतिरिक्त पानी ले रहे हैं। जबकि उन्हें अतिरिक्त पानी का जरूरत भी नहीं है।

                                    साव ने बताया कि कलेक्टर निर्देश के बाद भी चोरी छिपे नहर काटने वालों पर लगाम लगाना मुश्किल हो गया है। मानिकपुरी क्षेत्र काफी संवेदनशील है। इसलिए पानी चोरी को रोकने संभावित जगहों पर पुलिस जवानों को तैनात किया गया है। अधिकारी मौके पर पहुंचकर किसानों को समझा रहे हैं। साव ने बताया कि खूंटाघाट जलाशय से किसानों को पानी देने के बाद तीस प्रतिशत पानी को रोका जाएगा। गर्मी के दिनों पर तीस प्रतिशत पानी जरूरत के मुताबिक निस्तारी के लिए प्रयोग होगा।

                सीजी वाल को मोबाइल पर एसडीओ वर्मन ने बताया कि किसानों को समझाने का प्रयास किया जा रहा है। इस समय मानिकचौरी क्षेत्र के सौ से अधिक किसानों के साथ बैठा हूं। लोगों को समझाने का प्रयास कर रहा हूं कि पानी का दुरूपयोग ना करें। सभी लोग मिलकर जरूरत के मुताबिक पानी का प्रयोग करें। उम्मीद है कि वे लोग समझने का प्रयास भी कर रहे हैं। वर्मन ने बताया कि जहां-जहां नगर को काटा गया है..उसे बांधा जा रहा है। चूंकि इस समय खेतों में फसल खडी है। मिट्टी से ट्रैक्टर से लाया जा रहा है। मिट्टी को बोरियों में भरकर कटाव को बंद किया जा रहा है। उन्होने कहा कि दो चार दिन में क्षेत्र के सभी किसानों को पानी जरूरत के अनुसार मिल जाएगा। इस बीच विभाग के जिम्मेदार अधिकारी दिन रात नहर की लगातार मानिटरिंग कर रहे हैं।

                                   जानकारी के अनुसार पानी को लेकर मानिकचौरी समेत आस पास के क्षेत्र में काफी तनाव का वातावरण है। कलेक्टर ने अधिकारियों को जरूरत पड़ने पर पुलिस बल तैनात करने को भी कहा है।

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