ठेकेदारों को देखते ही महापौर की बढ़ गयी बेचैनी

BHASKAR MISHRA
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IMG-20160927-WA0145बिलासपुर—पांचवे दिन भी नगर के 27 वार्डों में सफाई नहीं हुई। नाराज ठेकेदारों के साथ सफाई कर्मचारियों ने महापौर और निगम आयुक्त का घेराव किया। इसके पहले महापौर बचकर निकलते सफाई कर्मचारियों ने महापौर के रथ को निशाना बनाया। सफाई कर्मचारियों ने महापौर को ना केवल खरी खोटी सुनाई बल्कि गाड़ी को भी गंदा कर दिया।

                             ठेकेदारों के साथ सफाई कर्मचारियों ने आज विकास भवन का घेराव किया। छः महीने से मजदूरी भुगतान नहीं होने से नाराज ठेकेदारों ने महापौर को जमकर सुनाया। निगम में लूट खसोट करने और भ्रष्टाचार का आरोप भी लगाया। ठेकेदारों के विकास भवन पहुंचने से पहले महापौर ने भागने का प्रयास किया। लेकिन सफाई कर्मचारियों ने किशोर राय को बाहर गाड़ी के पास घेर लिया। किसी तरह महापौर जान बचाकर अपने केबिन में भागे लेकिन ठेकेदारों ने वहां भी पीछा नहीं छोड़ा।

                     लोगों की भारी भीड़ देखते ही महापौर ने कहा कि मुझे बेचैनी महसूस हो रही है। किसी तरह वह अपनी गाड़ी के पहुंचे लेकिन सफाई कर्मचारियों ने घेर लिया। महापौर के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस बीच किसी ने सरकारी गाड़ी पर गंदगी कर दिया।

               सफाई ठेकेदारों ने बताया कि आजकल के आश्वासन में छः महीने से मजदूरों का भुगतान नहीं हुआ है। सामने दीपावली और दशहरा का त्योहार है। मजदूरों को भुगतान कहां से करें। इस दौरान सफाई कर्मचारियों ने आयुक्त सौमिल रंजन पर भी जमकर गुस्सा उतारा। ठेकेदारों ने कहा कि आयुक्त किसी काम के नहीं हैं। पैसे मांगने पर जेल भेजने और ब्लैक लिस्ट करने की धमकी देते हैं। ठेकेदारों ने महापौर से कहा कि हमें सफाई का ठेका नहीं लेना है। आयुक्त चाहें तो हमें ब्लैक लिस्ट में डाल दें। लेकिन पिछले छःमहीने के साढ़े तीन करोड़ रूपए का भुगतान करें।

IMG-20160927-WA0138                               इस बीच महापौर और सफाई ठेकेदार समेत सफाई कर्मचारियों के बीच जमकर तू-तू मैं-मैं हुई। नाराज ठेकेदार और सफाई कर्मचारियों से महापौर ने कहा कि भुगतान में बिलंब होने के कारणों का पता लगाया जाएगा। आयुक्त से चर्चा करेंगे। जल्द से जल्द भुगतान करने को कहेंगे।

                                 मालूम हो कि नगर निगम के 27 वार्ड,तीन बाजार और दो मुख्य सड़कों की सफाई ठेकेदार के कर्मचारी करते हैं। ठेकेदारों को पिछले छःमहीने से निगम ने साढ़े तीन करोड़ रूपए का भुगतान नहीं किया है। जानकारी के अनुसार 22 ठेकेदार आजकल मिलने की उम्मीद में छःमहीने से घर की  जमापूंजी से 27 वार्डों की सफाई की हैं। ठेकेदार जब भी पैसे की मांग करते हैं तो आयुक्त जेल भेजने और ठेका निरस्त करने की धमकी देते हैं।

                          महापौर से मिलने के पहले सफाई ठेकेदार राजेश शुक्ला, अनुज टंडन, सोनू ठाकुर,सतीष सिंह,पंकज तिवारी, समेंत सभी ठेकेदार विकास भवन नगर निगम आयुक्त सौमिल रंजन चौबे से मिलने पहुंचे। उस समय निगम आयुक्त कलेक्टर कार्यालय स्थित समय सीमा की बैठक में थे। आयुक्त के नहीं मिलने से नाराज ठेकेदार विकास भवन में महापौर किशोर राय से मिलने गए। ठेकेदारों को देखते ही महापौर का पसीना छूट गया। बेचैनी का बहाना बनाकर भागने का प्रयास किया। लेकिन ठेकेदारों ने उन्हें नहीं छोड़ा। जमकर नारेबाजी और गालीगलौच की।इस दौरान ठेकेदारों ने कहा कि जब तक रूपए का भुगतान नहीं किया जाता है वे झाडू नहीं उठाने देंगे।

भाजपा के ज्यादा ठेकेदार

                 महापौर की कार्यशैली से भाजपा और एल्डरमैने भीतर से काफी नाराज हैं। यदा कदा इसकी शिकायत मंत्री से भी हुई है। जब तब महापौर को मंत्री से फटकार के साथ कार्यशैली को लेकर नसीहत मिली है। बावजूद इसके महापौर की कार्यशैली से भाजपा पार्षद और ठेकेदार बहुत नाराज हैं। नाम नहीं छापने की शर्त पर भाजपा के सफाई ठेकेदार ने बताया कि महापौर कमीशन में विश्वास करते हैं। शायद इसलिए कांग्रेसियों का काम कुछ जल्दी हो जाता है। निगम आयुक्त पर महापौर का बस नहीं है। अधिकारी भी भाव नहीं देते हैं। सही अर्थों में बिलासपुर का महापौर मिट्टी का माधो है।

                                      सफाई ठेकेदारों में ज्यादातर चेहरा भाजपा नेताओं के हैं। कुछ नेता खुलेआम ठेकेदारी करते हैं तो कुछ दूसरों के नाम पर काम करते हैं। जानकारी के अनुसार एल्डरमैन महेश चन्द्रिकापुरे, विजय ताम्रकार,पंकज तिवारी, एमआईसी सदस्य श्याम साहू, उमेश चन्द्रकुमार समेत कई भाजपा और कांग्रेस के चेहरे हैं जिनके कंधों पर 27 वार्डों को चमकाने का ठेका है।

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