रायपुर—मरवाही विधायक अमित जोगी ने ग्राम आवाज अभियान का दूसरा चरण शुरू किया है। गांव-गांव पहुंचकर जोगी प्रदेश सरकार के खिलाफ जनता से सीधे संवाद कर रहे हैं। बेमेतरा जिला विकासखंड साजा और महासमुंद जिला के बसना में जोगी ने ग्रामीणों को संबोधित किया है। इस दौरान उन्होने उपस्थित लोगों के बीच सात मांगों का प्रस्ताव भी पारित कराया। जोगी ने धान का समर्थन मूल्य 2100 रुपए और 300 रुपए बोनस दिए जाने की बात कही।
ग्राम आवाज अभियान के दूसरे चरण में अमित जोगी बेमेतरा और महासमुंद जिला पहुंचे। ग्रामीणों को संबोधित करते हुए अमित जोगी ने कहा कि अजीत जोगी के समय छत्तीसगढ़ के फैसले छत्तीसगढ़ में होते थे। भाजपा सरकार के समय छत्तीसगढ़ के भाग्य का फैसला दिल्ली में होता है। जोगी के समय जब केन्द्र सरकार ने छत्तीसगढ़ के किसानों का धान खरीदने से मना कर दिया था तो तात्कालीन मुख्यमंत्री ने सीमित संसाधनों में ही किसानों के धान का एक.एक दाना उचित मूल्य में ख़रीदा। उस दौरान केवल चार हज़ार करोड़ के बजट में पूर्व मुख्यमंत्री जोगी यह कमाल कर दिखाया था। आज प्रदेश सरकार का बजट 70 हज़ार करोड़ का है। बावजूद इसके किसानों को राहत नहीं है। पाई पाई के लिए दिल्ली सरकार तरसा रही है।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के पास छत्तीसगढ़ के लिए कोई विज़न नहीं है। दिल्ली पर निर्भरता से राज्य की व्यवस्था चरमरा गयी है। मरवाही विधायक ने कहा कि किसान व्यापारी और युवाओं के लिए कोई छत्तीसगढ़ केंद्रित नीति ही नहीं है। 13 वर्षों में सरकार अपने संसाधनों तक को नहीं बढ़ा पायी है। खनिज और लौह अयस्क से भरपूर छत्तीसगढ़ में आम आदमी की आय नहीं बढ़ी। अमीर और अमीर हुए और गरीब और गरीब होते गए।
अमित जोगी ने कहा कि राज्य में स्वास्थ सुविधाएं शून्य हैं। स्थानीय प्रशासन को सरकार का संरक्षण प्राप्त है। स्वास्थ अमले का अता.पता नहीं है। विकास सिर्फ भ्रष्टाचार और भ्रष्ट अधिकारियों का हुआ है।
मालूम हो कि 7 प्रमुख मांगों को लेकर चलाये जा रहे प्रदेशव्यापी ग्राम आवाज़ अभियान की शुरुआत अमित जोगी ने अप्रैल माह में की थी।अब तक 60 से अधिक विधानसभा क्षेत्रों में ग्राम आवाज का आयोजन किया जा चुका है।