प्रश्नकाल में सिवरेज का मुद्दा…सरकार पर कांग्रेस भारी

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर–IMG20161005121036– नगर निगम की सामान्य सभा पहली बार विधानसभा के तर्ज पर चला। नियत समय से करीब बीस मीनट देर से प्रश्नकाल का दौर शुरू हुआ। टोकाटाकी के बीच बीस मीनट अतिरिक्त समय बरबाद हुआ। प्रश्नकाल ग्यारह बजकर पन्द्रह मिनट से शुरू होकर 12 बजकर चालिस मिनट तक चला। कुल 13  प्रश्न पूछे गए। सभी प्रश्न विपक्षी पार्षदों ने पूछा। सिवरेज के प्रश्न पर सत्ता पक्ष बैकफुट पर नजर आया। विधानसभा की तर्ज पर सामान्य सभा की कार्रवाई के दौरान खामियां भी नजर आयी। प्रश्नों की झड़ी के बीच उत्तर संतोषजनक हासिल नहीं हुआ। कांग्रेस पार्षद दल प्रवक्ता और नेता प्रतिपक्ष ने कुुछ ऐसा ही बताया।

             
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                                 विधानसभा की तर्ज पर आज नगर निगम सामान्य सभा की बैठक हुई। नियत समय से करीब बीस मिनट की देरी से प्रश्नकाल शुरू हुआ। कांग्रेस पार्षदों ने कुल 13 प्रश्न पूछे। पार्षद की अनुपस्थिति के कारण एक प्रश्न को नहीं पूछा जा सका। सभापति ने बताया कि प्रश्नकाल में शामिल प्रश्नों का उत्तर लिखित में दिये जाएंगे। चाहे प्रश्न पूछे गए हो या नही पूछे गए हों।

             एतिहासिक प्रश्नकाल में पहला सवाल भागीरथी यादव ने डबरीपारा पर किया। भागीरथी ने सदन से पूछा कि डबरीपारा के 77 परिवार को विस्थापित करने का आदेश निगम सरकार ने दिया है। क्या डबरीपारा वासियों से  सम्पत्ति कर, जलकर और प्रकाश कर लिया गया है। एमआसी सदस्य उदय मजुमदार ने बताया कि जलकर और प्रकाशकर के अलावा किसी से सम्पत्तिकर नहीं लिया गया है। भागीरथी ने बताया कि हमारे पास संपत्तिकर लेने की जानकारी है। निगम सरकार इस भ्रम को दूर करे। भागीरथी ने कहा कि यह जानते हुए भी मकान को तोड़ा जाना है बावजूद इसके वहां शौचालय क्यों निर्माण किया जा रहा है। क्या टारगेट करने के लिए ऐसा किया जा रहा है। उदय ने कहा कि इसकी जानकारी हमें नहीं है।

                    वार्ड 46 के पार्षद बजरंग बंजारे ने मद परिवर्न पर प्रश्न किया। महापौर किशोर राय ने बताया कि मद परिवर्तन शासन के निर्देशों और कानून सम्मत किया जाता है। पुष्पा दुबे ने दो पूरक प्रश्न के अलावा दो मुख्य प्रश्न किये। श्रीमती दुबे ने जानकारी मांगी कि अरपा विशेष क्षेत्र में सरकारी और गैर सरकारी कितनी जमीनों को शामिल किया गया है। किसकी अनुमति से चौपाटी और अन्य क्षेत्र में तोड़फोड़ हो रही है। यह जानते हुए भी विशेष क्षेत्र संभागायुक्त के हद मेंं आता है। एमआईसी सदस्य उमेश कुमार ने बताया कि क्षेत्र में करीब पौने तीन एकड़ जमीन नजूल की है। पट्टाधारियों की कितनी जमीन है इसकी जानकारी निगम के पास नहीं है।

                                      रामा बघेल ने मनजीत सिंह गुम्बर के मकान पर प्रश्न किया। उन्होने पूछा कि घर निर्माण में नजूल की कितनी जमीन पर कब्जा किया गया है। विस्थापितों के बारे में भी जानकारी मांगी। पार्षद दीपांशु श्रीवास्तव ने आडिटोरिम निर्माण में आयी लागत और जमीन का मुद्दा उठाया। कम्पनी गार्डन के सामने सिवरेज के बाद बरबाद हुई सड़क पर भी प्रश्न किया। उदय ने बताया कि सड़क निर्माण के लिए टेन्डर को स्वीकृत कर लिया गया है। उन्होने आडिटोरियम की भी जानकारी दी।

           अमृता पटले ने वाहन शाखा में खर्च का व्योरा मांगा। काशी रात्रे ने सिवरेज के लेट लतीफी और खर्च की जानकारी मांगी। सिम्पलेक्स को ब्लैक लिस्ट करने की मांग की। साथ ही योजना में लागत वृद्धि की भी जानकारी देने को कहा। इस दौरान महापौर और उदय मजुमदार बैकफुट पर नजर आए। उन्होने बताया कि काम बढ़ने के कारण योजना की लागत में बृद्धि हुई है।

              शैलेन्द्र जायसवाल ने स्मार्ट सिटी का मुद्दा उठाया। उन्होने जानना चाहा कि किसके कहने पर स्मार्ट सिटी डीपीआर में 235 करोड़ रूपए खर्च जनता पर थोपने का प्रयास किया जा रहा है। क्या जनता को इसकी जानकारी है…पार्षदों को इस बात की जानकारी क्यों नहीं दी गयी। शैलेन्द्र के प्रश्न पर महापौर और उनकी टीम बैकफुट पर नजर आयी। शैलेन्द्र ने पूछा कि स्मार्ट सिटी की घोषणा के बाद 235 करोड़ रूपए आएंगे कहां से।

                           पार्षद चन्द्रप्रदीप ने कहा कि सिवरेज परियोजना में अब तक सैकडों लोगों की जान जा चुकी है। कार्य में लेट लतीफी के लिए मैनहर्ट को ब्लैकलिस्ट में डाला जा चुका है। लेकिन मौत के लिए जिम्मेदार सिम्पलेक्स को ब्लैक लिस्ट क्यों नहीं किया जा रहा है। शहजादी कुरैशी ने लाजपत नगर में सिवरेज की कार्यविसंगति का मुद्दा उठाया। लेकिन महापौर संतोषजनक उत्तर देने में असमर्थ साबित हुए। इस दौरान सिवरेज को लेकर जमकर हंगामा हुआ। हंगामा के चलते बीस मिनट बरबाद हुआ।

                 कार्टर रेड्डू ने प्रश्न उठाया कि एफसीआई से रेलवे के बीच बनने वाली सड़क पर खर्च होने वाले मद को तारबाहर चौक से फाटक के बीच क्यों और किसके कहने पर लगाया गया। पुष्पा दुबे ने सवाल किया कि गोंडपारा स्थित पूर्व मेयर विनोद सोनी की डेयरी पर निगम सरकार कृपा क्यों कर रही है। डेयरी को कब हटाया जाएगा। गंदगी से वार्डवासियों को डूेगू,चिकन गुनिया का खतरा है। महापौर ने सवाल का उत्तर समय खत्म होने तक दिया।

             बहरहाल पूरे प्रश्नकाल में सरकार पर कांग्रेस भारी नजर आयी। सिवरेज का मुद्दा जमकर उठा। विनोद सोनी की डेयरी महापौर के लिए चुनौती साबित हुई।

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