बिलासपुर। एनटीपीसी लिमिटेड, सीपत के राजभाषा अनुभाग में उज्वलनगर के मंगल भवन में ‘‘अखिल भारतीय हास्य कवि सम्मेलन’’ का आयोजन किया गया। इस सम्मेलन में राष्ट्रीय स्तर के कवियों ने अपनी रचनाओं से सबको आनंदित किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रुप में एनटीपीसी सीपत के समूह महापबंधक असीम कुमार सामंत जी की गरिमामयी उपस्थिति रही। साथ-ही विशिष्ट अतिथि के रूप में तनुश्री सामंत, अध्यक्षा, संगवारी महिला समिति, डी पाॅल, महाप्रबंधक (प्रचालन), संतोष कुमार, महाप्रबंधक (संविदा एवं सामग्री), डी के पटेल, विभागाध्यक्ष (मानव संसाधन) उपस्थित थे।
इसके अलावा एनटीपीसी सीपत के सभी विभागाध्यक्ष तथा अधिकारी-कर्मचारी व उनके परिवारजन बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। आमन्त्रित कवियों में दिल्ली से पधारे महेन्द्र अजनबी (हास्य एवं व्यंग्य), पद््मिनी शर्मा (श्रृंगार) और शम्भु शिखर (हास्य), जबलपुर से पधारे ओज के वरिष्ठ कवि संदीप सपन एवं उज्जैन से पधारे अशोक भाटी (हास्य व संचालन) ने अपनी रचनाएं प्रस्तुत कीं।
सबसे पहले मुख्य अतिथि असीम कुमार का स्वागत संतोष कुमार, महाप्रबंधक (संविदा एवं सामग्री), ने पुष्पगुच्छ भेंट करके किया।उसके बाद मुख्य अतिथि एवं अन्य अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वललित कर कार्यक्रम का विधिवत शुभारम्भ किया। आमन्त्रित कवियों का स्वागत मुख्य अतिथि एवं विशिष्ठ अतिथियों ने पुष्पगुच्छ एवं अंगवस्त्र प्रदान कर किया।
डाॅ. अविनाश पाठक, सहायक प्रबंधक (राजभाषा) द्वारा कवि सम्मेलन का प्रारंभिक संचालन किया गया। परियोजना प्रमुख सामंत ने कविगणों का स्वागत करते हुए अपने सम्बोधन में कहा कि हिंदी एक वैश्विक भाषा है जो देश में एकता स्थापित करने की एक कड़ी है तथा कविता समाज में समरसता व जागरूकता लाने का कार्य करती है। वर्तमान परिस्थिति में, इस अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का विशेष महत्व है।
फिर सरस्वती वन्दना से कवि सम्मेलन प्रारम्भ हुआ। कवि शम्भु शिखर ने अपनी हास्य व्यंग्य पूर्ण रचनाओं से लोगों को गुदगुदाया और उन्हें झूमने को मजबूर किया। इसके बाद श्री महेन्द्र अजनबी जी ने हास्य की फुहार से सभी को भिगो दिया। कवयित्री पद््मिनी शर्मा ने श्रृंगार की अनेक छंदबद्ध रचनाओं के साथ ही सर्जिकल स्ट्राईक से संबंधित अपनी वीर रस के कविता से सबका मन मोह लिया।
ओज के शीर्ष कवि संदीप सपन ने अपनी ओजपूर्ण रचनाओं से अनेक राजनैतिक व सामाजिक विसंगतियों पर प्रहार करने के साथ लागों में देशभक्ति का संचार किया। तत्पश्चात्, इस हास्य कवि सम्मेलन का संचालन कर रहे प्रख्यात कवि अशोक भाटी ने हास्य की अपनी छन्दबद्ध रचनाओं से श्रोताओं की खूब तालियां बटोरीं।