रायपुर— निलंबन कार्यवाही के बाद गुण्डरदेही विधायक आर.के राय ने कांग्रेस का आभार प्रकट किया है। राय ने कहा कि निलंबन से मैं स्वतंत्र हूँ । अब मुझे सम्मान के साथ अपनी बात को जनता के सामने रखने का अधिकार मिल गया है। कम से कम गधा को गधा कहने की आजादी मिल गयी है।
कांग्रेस से निलंबनन के बाद गुण्डरदेही विधायक ने कहा कि मुझे बताया गया कि मुझ पर इसलिए कार्यवाही की गयी क्योंकि मैंने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के विरोध में टिप्पणी की है। लेकिन मुझे इस बात का कोई दुःख नहीं है। मैं स्वतंत्र विचार वाला सच्चा और बेबाक आदिवासी नेता हूं। गधे को गधा ही बोलूँगा….घोडा बोलने का सवाल ही नहीं उठता। अगर मेंरी बात पार्टी को गलत लगी हो तो वो अंधे हैं या अंधे होना का ढोंग कर रहे हैं।
बीके हरीप्रसाद अपने अहम की महत्व दिखाने केवल इसी काम के लिए दिल्ली से आये थे। राय ने कहा कि इस कार्यवाही को करने में इतने दिन और इतना ड्रामा केवल समय की बर्बादी थी। वे छत्तीसगढ़ के सच्चे आदिवासी हैं। अपनी अस्मिता और आदिवासी सम्मान के लिए अपनी जान तक दे सकते हैं।एक पार्टी से निलंबन क्या चीज़ है।
राय ने प्रेस नोट जारी कर कहा कि छत्तीसगढ़ की ढाई करोड़ जनता के सामने कांग्रेस का आदिवासी चेहरा एक बार फिर उजागर हुआ है । मेरा निलंबन मिल का पत्थर साबित होगा। अब दोनों दलों के आदिवासी और दलित प्रतिनिधि एक मंच पर आकर अपने विचार बेबाकी से रखेंगे। जनता के सामने दोनों राष्ट्रीय दलों की आदिवासी विरोधी सोच का पर्दाफाश करेंगे।