बिलासपुर।जिला स्वास्थ्य समिति कार्यकारिणी की बैठक गुरुवार को कलेक्टर अन्बलगन पी. की अध्यक्षता में आयोजित की गई।बैठक मे जिले में संचालित स्वास्थ्य कार्यक्रमों की समीक्षा के दौरान कलेक्टर ने मुख्यालय में नहीं रहने वाले चिकित्सकों और एएनएम पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया।मंथन की बैठक में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत् स्कूली बच्चों के स्वास्थ्य परीक्षण कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिये। जिले में लगभग साढ़े चार लाख स्कूली बच्चे हैं। जिनमें से एक लाख 20 हजार से अधिक बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया है तथा आंगनबाड़ी के एक लाख 57 हजार बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया है। कलेक्टर ने आंगनबाड़ी केन्द्रों में स्वास्थ्य परीक्षण में लापरवाही नहीं बरतने के निर्देश दिये और कहा कि आंगनबाड़ी केन्द्रों में चिरायु दर समय पर पहुंचे और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को इसका पता रहे।
कलेक्टर ने अस्पताल भवनों के निर्माण कार्य में गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखने की शिकायत को गंभीरता से लिया और इस संबंध में पी.डब्ल्यू.डी.के अधिकारी को सख्त निर्देश दिया। जो अस्पताल भवन समयावधि पर नहीं बने हैं, उनके लिए स्पष्टीकरण देने कहा।
कलेक्टर ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया कि गुणवत्तापूर्ण और समय पर कार्य पूर्ण करने के लिए वे निर्माणाधीन अस्पतालों का सतत् निरीक्षण करें। जिले के बिल्हा और कोटा विकासखण्ड में संस्थागत प्रसव कम होने पर उन्होंने नाराजगी जाहिर की। जिला चिकित्सालय में संचालित पोषण पुनर्वास केन्द्र का लाभ कुपोषित बच्चों को उपलब्ध कराने के लिए महिला एवं बाल विकास के अधिकारी को निर्देशित किया।