रूपे के सीसी बदलाव की दिशा में सार्थक कदमःकुमुर

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के सभागार में आज नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक आर.एम.कुमुर ने रूपे के सीसी कार्ड का शुभांरंभ किया। इस मौके पर महाप्रबंधक कुमुर ने पत्रकारों, बैंक से जुड़े कर्मियों और किसानों को केसीसी के महत्व और उपयोगिता की जानकारी दी। कार्यक्रम में जिला सहकारी संस्स्थाएं के संयुक्त संचालक कांति लाल ठारगावे,जिला सहकारी बैंक डिप्टी डायरेक्टर जायसवाल और जिला सहकारी बैंक के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अभिषेक तिवारी और अन्य अतिथि उपस्थित थे। कार्यक्रम में जिला सहकारी बैंक के प्रशासक कलेक्टर अन्बलगन पी.किन्ही कारणों से उपस्थित नहीं हो पाए।

             
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                             मुख्य कार्यपालन अधिकारी अभिषेक तिवारी और संयुक्त संचालक ने उपस्थित लोगों को संबोधित किया। उन्होंने बताया कि केसीसी कार्ड से किसानों को ऋण से लेकर अन्य बैंक सम्बधित कार्यो में सहजता के साथ अन्य सुविधाओं का सीधा लाभ मिलेगा। सहकारी बैंक अन्य कमर्शियल बैंक के साथ आज खड़ा है। दरअसल सहकारी बैंक को लोगों के प्रयास से यहां तक लाया गया है। आज जिला सहकारी बैंक की स्थिति पहले से कहीं बेहतर है। किसानों और कर्मचारियों में बैंक के प्रति विश्वास बढ़ा है। उम्मीद ही नहीं पूरा विश्वास है कि सभी का समर्थन लगातार बैंक के विकास में मिलेगा।

                                                          अभिषेक तिवारी और ठारगावे ने बताया कि केसीसी कार्ड किसानों की परेशानियों को ध्यान में रखकर लाया गया है। किसान सहज और सरल होता है। बैंक के कार्यों में बहुत पेचीदिगियां रहती हैं। उन्ही कठिनाइयों को दूर करने केसीसी कार्ड लाया गया है। अब किसान घर बैठे एटीएम कार्ड की तरह बैंक से ऋण का पैसा निकाल सकता है। कागजी दांवपेंच से अब उसे उलझने की जरूरत नहीं है।

                       नाबार्ड महाप्रबंधक कुमुर ने बताया कि जैसे जैसे टेक्नोलाजी का विकास हो रहा है उसी के अनुसार बैंकिंग गतिविधियां भी हाईटेक हुई हैं। कोर बैंकिंग का जमाना है। अब जिला सहकारी बैंक बिलासपुर के किसानों और ग्राहकों को केसीसी कार्ड के आने से भटकने की जरूरत नहीं होगी। बिलासपुर जिला सहकारी बैंक से चार लाख से अधिक किसानों का सीधा संबध हैं। किसानों का बैंक से लेन देने हमेशा बना रहता है। ऋण के लिए उसे बैंक के विभिन्न कंडीशन से गुजरना पड़़ता है। लेकिन केसीसी के बाद अब किसानों को ऋण के लिए बहुत भटकने वाली परेशानियों से छुटकारा मिलेगा। कुमुर ने कहा कि सारी जानकारी केसीसी में दर्ज है। किसानों को शर्ता को पूरा करने के बाद ऋण के लिए बैंक का चक्कर नहीं लगाना होगा। कुमुर ने जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक की उपलब्धियों पर संतोष और खुशी जाहिर की।

                       इस मौके पर नाबार्ड महाप्रबंधक ने पत्रकारों के सवालों का जवाब भी दिया। उन्होने कहा कि हो सकता है कि पिछले कुछ समय से बैंक की साख को लेकर लोगों में संशय का माहौल बना था। आज की स्थिति में बिलासपुर सहकारी बैंक की स्थिति ना केवल बेहतर है बल्कि विश्वसनीय भी है।

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