नोटबंदी से और निखरेगी ईमानदार भारत की छवि

Shri Mi
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rkg_novरायपुर।मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने रविवार को आकाशवाणी के रायपुर केन्द्र से प्रसारित अपनी रेडियो वार्ता ‘रमन के गोठ’ में प्रदेश के किसानों को राज्य सरकार द्वारा समर्थन मूल्य के अनुसार 15 नवम्बर से धान खरीदी के लिए की गई तैयारियों की जानकारी दी। सीएम ने इस बात पर खुशी जताई कि इस साल समर्थन मूल्य के हिसाब से धान बेचने के लिए 14 लाख 54 हजार किसानों ने पंजीयन कराया है। किसानों की यह संख्या पिछले साल के मुकाबले डेढ़ लाख से भी ज्यादा है।सीएम ने कहा कि मुझे खुशी है कि दीवाली के बाद धान खरीदी का उत्सव शुरू हो रहा है और किसानों का इंतजार खत्म हो रहा है। इस बार राज्य के इतिहास में सबसे ज्यादा किसानों ने सहकारी समितियों में समर्थन मूल्य पर धान बेचने के लिए अपना मन बनाया है और इसके लिए विधिवत पंजीयन भी करवा लिया है।

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                                    सीएम ने 14 नवम्बर को देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की जयंती पर मनाये जाने वाले ‘बाल दिवस’ का भी उल्लेख किया और श्रोताओं को राज्य सरकार द्वारा प्रदेश के बच्चों की शिक्षा और उनके भविष्य निर्माण के लिए किए जा रहे प्रयासों के बारे में बताया। सीएम ने बच्चों के अधिकारों के संरक्षण के लिए राज्य में लागू विभिन्न कानूनों की भी जानकारी दी। और कहा कि आज के बच्चे ही कल के कर्णधार है। इसलिए उनके भविष्य की बुनियाद को मजबूत करने और वर्तमान में उनके बचपन को बचाने की जिम्मेदारी सम्पूर्ण समाज की है।

                                           सीएम ने राज्य बनने के सोलह साल पूरे होने पर तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को राज्य निर्माता के रूप में याद किया और राज्योत्सव के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथा केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह के आगमन, पूरे देश में मनाए जा रहे पंडित दीनदयाल उपाध्याय के जन्म शताब्दी वर्ष की भी चर्चा की।

                                     डॉ. सिंह ने प्रधानमंत्री द्वारा काले धन की विकराल समस्या पर अंकुश लगाने के लिए पांच सौ और एक हजार के नोटों को बंद करवाने के निर्णय का स्वागत करते हुए रेडियो प्रसारण में कहा कि पीएम नरेन्द्र मोदी ने भारत की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए एक ऐतिहासिक कदम उठाया है। नई व्यवस्था होने पर स्वाभाविक रूप से प्रारंभिक कुछ दिनों तक छोटी-मोटी समस्याएं आती हैं, जिनके निराकरण के लिए व्यापक इंतजाम भी किए गए हैं। इस फैसले का पुरजोर स्वागत होना चाहिए, क्योंकि इससे ईमानदार भारत की छवि और निखरेगी, जिसका लाभ हर स्तर पर मिलेगा।

                                       सीएम ने जनता को बताया कि राज्य सरकार ने धान खरीदी के लिए सहकारी समितियों के अंतर्गत एक हजार 986 उपार्जन केन्द्रों की स्थापना की है। इस वर्ष से 41 कृषि उपज मंडियों और उप-मंडियों में भी समर्थन मूल्य के अनुसार धान खरीदी की जाएगी। खरीदी के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। अधिकांश पंजीकृत किसानों के जन-धन खातों को आधार कार्ड से जोड़ा गया है। इससे उनके धान की राशि का भुगतान सीधे उनके जन-धन खातों में मिलेगा।

                                         धान खरीदी 15 नवम्बर से शुरू होकर 31 जनवरी 2017 तक चलेगी। किसानों को पिछले साल की अपेक्षा इस बार प्रति क्विंटल 60 रूपए अधिक राशि मिलेगी। मोटा धान 1470 रूपए और पतला धान 1510 रूपए प्रति क्विंटल की दर से खरीदा जाएगा। प्रत्येक किसान से 15 क्विंटल प्रति एकड़ की दर से खरीदी होगी। उन्होंने धान बेचने के लिए आने वाले किसानों से आग्रह किया कि जो धान उपार्जन केन्द्रों में लाया जाए, उसमें 17 प्रतिशत से ज्यादा नमी नहीं होनी चाहिए। यह राष्ट्रीय स्तर पर निर्धारित मापदण्ड है। किसान भाई अगर धान को सुखाकर बेचने लाएंगे तो उन्हें बहुत सुविधा होगी।

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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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