बिलासपुर—मरवाही विधायक अमित जोगी गुंडरदेही विधायक आर के राय और बिल्हा विधायक सियाराम कौशिक ने एक साथ विधानसभा शीत सत्र के पहले दिन काले कपड़े पहनकर बैलगाड़ी से विधानसभा पहुंचे। पुलिस ने बैलगाड़ी को प्रवेशद्वार पर ही रोक लिया।तीनों विधायकों ने पुलिस कार्रवाई का विरोध किया। विधायकों ने कहा कि बैलगाड़ी छत्तीसगढ़ की पहचान है। विधानसभा किसानों की जमीन पर ही बनी है। इसलिए विधानसभा के अंदर बैलगाड़ी के प्रवेश पर रोक लगाना गलत है।
मरवाही,बिल्हा और गुंडरदेही विधायक आज विधानसभा कार्रवाई में शामिल होने बैलगाड़ी में एक साथ पहुंचे। तीनों विधायकों को विधानसभा के प्रवेश द्वार पर रोक लिया गया। पुलिस ने बताया कि बैलगाड़ी का विधानसभा में प्रवेश वर्जित है। पुलिस कार्रवाई का विरोध करते हुए तीनों विधायकों ने कहा कि सच दिखाने और भूला वादा याद दिलाने बैलगाड़ी से आए हैं। पिछले तीन सालों से सरकार ने किसानों की तरफ मुड़ कर नहीं देखा है। जिन किसानों के भरोसे ये सरकार सदन में आई है। उन्हे तीन साल से धोखा दिया जा रहा है।
अजीत जोगी ने कहा कि समर्थन मूल्य और बोनस के वादे से मुकरने वाली सरकार को वादा याद दिलाने बैलगाड़ी से विधानसभा आये हैं।
तीनों विधायक निलंबित
विधानसभा परिसर में बैलगाड़ी प्रवेश नहीं होने के बाद तीनों विधायकों ने सदन के अन्दर हंगामा किया। बोनस और समर्थन मूल्य पर स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा की मांग को लेकर गर्भगृह में पहुँच गए। गर्भगृह में बैठकर सरकार की वादाखिलाफी का विरोध किया। अध्यक्ष ने तीनों विधायकों को एक दिन के लिए निलंबित कर दिया।
नोटबंदी के खिलाफ नारेबाजी
सदन में अमित जोगी ने नोटबंदी का विरोध किया। उन्होने नोटबंदी के बाद प्रदेश के गरीब और किसान परेशान हैं। अजीत जोगी ने कहा कि छत्तीसगढ़ के किसानों और मजदूरों के पास नोट है ही कहाँ…।