♦छत्तीगढ़िया सबले बढ़िया, मिला प्रथम पुरस्कार
♦देश भर के विद्यार्थियों के बीच सीवीआरयू ने मारी बाजी
बिलासपुर(करगीरोड)।डाॅ.सी.वी.रामन् विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने देशभर के 7 राज्यों से आए देश विश्वविद्यालयों के हजारों विद्यार्थियों के बीच छत्तीसगढ़िया सबसे बढ़िया के नारे को साबित कर दिया है। भारतीय विश्वविद्यालय संघ के सेंट्रल जोन युवा उत्सव-संगवारी के संास्कृतिक प्रोसेशन में सीवीआरयू को प्रथम पुरस्कार प्रदान किया गया है। इस वर्ष यह आयोजन 17 से 21 नवंबर 2016 तक पं.रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय,रायपुर में आयोजित किया गया था। विद्यार्थियों ने सांस्कृतिक प्रोसेशन में छत्तीसगढ़ माटी की लोककला और संस्कृति को युवाओं के सामने जीवंत दर्शाया कर सबका मन मोह लिया।
डाॅ.सी.वी.रामन् विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने एआईयू के सेंट्रल जोन के 32 वें युवा उत्सव संगवारी में अपनी सफलता का परचम लहराया है। विद्यार्थियों ने पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय में आयोजित युवा उत्सव के कल्चरल में छत्तीसगढ़ की लोककला और संस्कृति युवाओं के सामने रखा। विद्यार्थियों ने प्रदेश की माटी की महक को हजारों युवाओं को जीवंत झांकी में दिखाया। इसमें देश के 7 राज्यों के सभी विश्वविद्यालयों के विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया था।
जिसमें डाॅ.सी.वी.रामन् विश्वविद्यालय को प्रथम पुरस्कार प्रदान किया गया है। इस आयोजन में विभिन्न राज्यों से आए विश्वविद्यालयों के विद्यार्थियों ने भाग लिया था, जिसमें अनेक प्रतियोगिताएं आयोजित की गई थी। सीवीआरयू के विद्यार्थियों ने छत्तीसगढ़ में ज्वारा के साथ दुर्गा विर्सजन की जींवत झांकी तैयार की थी। जसगीत गाते हुए सिर पर ज्वारा लिए छात्राएं मां दुर्गा को विर्सजित करते दिखाई दी। इसके पीछे पारंपरिक परिधान में पंथी और कर्मा नृत्य करते विद्यार्थियों ने छत्तीगसढ़ की झलक को सबसे सामने रखा।
इस संगम से विद्यार्थियों ने सबका मन मोह लिया। विश्वविद्यालय में एआईयू के समन्वयक डाॅ.पी.के. नायक ने बताया कि 5 दिवसीय इस आयोजन में सभी विश्वविद्यालयों से आए विद्यार्थियों ने हर क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन किया है। ऐेसे आयोजनों से विद्यार्थियों को दूसरे राज्यों के कल्चर, विद्यार्थियों की प्रस्तुति,उनकी योग्यता, क्षमता और व्यवहार सीखने मिलता है। यह व्यवहारिक सीख ही विद्यार्थियों के पढ़ाई के बाद दैनिक जीवन में काम आती है। आयोजन में शामिल होने वाले सभी विद्यार्थियों को प्रमाण और मैडल प्रदान किया गया है। भव्य आयोजन में प्रदेश की कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने सीवीआरयू के विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया। आयोजन में विश्वविद्यालय के डाॅ.पी.के.नायक, डाॅ.ए.के.ठाकुर, डाॅ.काजल मोईत्रा,डाॅ.बी.जाॅन,डाॅ.प्रज्ञा यादव,डाॅ.निकेत शुक्ला व मयंक सिंह शामिल हुए। इस सफलता पर विश्वविद्यालय के कुलपति डाॅ.आर.पी.दुबे और कुलसचिव शैलेष पाण्डेय ने विश्वविद्यालय परिवार को शुभकामनाएं दी।
ये टीम हुई शामिल
अभय सिंह, अभिलाशा साहू, अभिषेक शुक्ला, अदिती कोकश, अलका मरावी, अर्चना नामदेव, अरविंद मेशरा, धीरज कुमार, गीता कटकवार, घनश्याम श्रीवास, मयंक सिंह, प्रणव लाल, प्रवीण सिंन्हा, प्रियंका झा, रमिला पटेल, रिचा शर्मा, रूपाली जायसवाल, रूपाली प्रधान, साधना दुबे, संदीप कुमार, सयैद कलामुद्दीन, श्रेया विश्वकर्मा, सुहेल अहमद, सोनिया वाधवा, उमेश साहू, विवेक कश्यप, याज्ञलव्य मिश्रा, दुलार सिंह, जोहित राम और नेपाल सिंह।
प्रतिभा दिखाने और सीखनें का अवसर है युवा उत्सव-कुलपति
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति डाॅ. आर.पी.दुबे ने हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि बीते 5 साल से डाॅ.सी.वी.रामन् विश्वविद्यालय सेंट्रल जोन क युवा उत्सव में भाग ले रहा है और प्रतिवर्ष विद्यार्थी बेहतर प्रदर्शन करते हैं। यह एक ऐसा अवसर होता है जब हम सैकड़ों विद्यार्थियों केे बीच जाकर अपनी प्रतिभा दिखाते हैं और उनके सीखते भी है। अनेक राज्यों के विद्यार्थियों कला देखने और सीखने का अवसर मिलता है। हमारी कोशिश रहेगी कि और भी प्रतियोगिताओं में सीवीआरयू के विद्यार्थी और बेहतर प्रदर्शन करें।
विद्यार्थियों ने छत्तीसगढ़ का मान रखा-कुलसचिव
इस संबंध में विश्वविद्यालय के कुलसचिव शैलेष पाण्डेय ने कहा कि 7 राज्यों के युवाओं के सामने सीवीआरयू के विद्यार्थियों ने छत्तीसगढ़ की लोककला और संस्कृति को सबसे सामने प्रदर्शित किया है। यह हमारे लिए गर्व की बात है कि ऐसे आयोजनों में हमारे विद्यार्थी यहंा की संस्कृति और लोककला को भाव पूर्ण तरीके दिखा रहे हैं। आज सीवीआरयू के विद्यार्थियों के माध्यम से छत्तीसगढ़ की माटी की महक देश के कोने-कोने तक पहंुच रही है और हम अपनी संस्कृति और कला को दुनिया के सामने इस मंच के माध्यम से भी रख रहे हैं। प्रथम पुरस्कार जीत कर विद्यार्थियों ने छत्तीसगढ़ का मान रखा है। इसके लिए विद्यार्थी और प्राध्यापक सहित पूरी टीम बधाई के पात्र हैं।