रायपुर।रंगमंच के कलाकारों के लिए सुतनुका सोसाइटी फॉर परफॉरमिंग आर्ट्स बहुत जल्द शुरू करने जा रही है ‘डॉ. सत्यदेव दूबे सम्मान’। ये सम्मान हर साल रंगमंच के एक अभिनेता या अभिनेत्री को दिया जाएगा जिसका चयन एक तीन सदस्य जूरी करेगी जिसकी घोषणा बहुत जल्द कर दी जाएगी ।इस जूरी का कार्यकाल तीन वर्ष का होगा। जूरी सम्मान दिए जाने के लिए नियम – क़ायदे और सम्मान राशि तय करेगी।उसके बाद देशभर से प्रविष्टियाँ/ संस्तुतियां मंगाई जाएंगी।प्राप्त आवेदनों से कलाकारों के अनुभव, रंगमंच में उनके योगदान और विस्तृत विवरण के आधार पर जूरी हर साल एक ऐसे कलाकार का चयन करेगी जिसे सम्मान दिया जाएगा।
सुतनुका सोसाइटी के अध्यक्ष रवींद्र गोयल ने बताया कि बहुत दिन से संस्था इस सम्मान की ज़रूरत को महसूस कर रही थी।इसे विडम्बना ही कहा जाएगा कि रंगमंच के, अभिनेता/ अभिनेत्री का माध्यम होने के बावजूद इसमें कलाकार को सम्मान बहुत कम मिल पाता है जबकि फिल्म जगत में फिल्म के निर्देशक का माध्यम होने के बावजूद, वहां कलाकार को ज़्यादा तवज्जो दी जाती है। देश में नाट्य निर्देशकों के नाम से या फिर रंगकर्मी के नाम से तो कई अवार्ड विभिन्न संस्थाएं दे रही हैं लेकिन केवल अभिनेता या अभिनेत्री को ध्यान में रखकर शायद कोई संस्था, कोई पुरस्कार नहीं देती और अगर कुछ संस्थाएं देती भी होंगी तो उनकी उनकी संख्या बहुत ही कम होगी।
संस्था के उपाध्यक्ष सुजीत डे ने यह बात सुतनुका सोसाइटी फॉर परफॉरमिंग आर्ट्स की चौथी वर्षगाँठ के अवसर पर कही। इससे पहले प्रख्यात नाटककार अख्तर अली ने श्रीकांत वर्मा की कहानी पर आधारित अपने नए नाटक “शवयात्रा” का पाठन किया जिसकी प्रस्तुति बहुत जल्द दर्शकों के सामने की जाएगी।इस अवसर पर रायपुर के वरिष्ठ रंगकर्मी जय प्रकाश मसंद, रंग संगीतकार सुयोग पाठक के साथ–साथ संस्था के कलाकार विरंचीदीप, अंकित गोयल, कृष्णा सोलंकी, भानुप्रताप, करन चौहान, अनिल मिश्र, चंद्रलोक मिश्र, सिद्धार्थ मालवीय आदि के साथ सभी कार्यकारिणी सदस्य भी मौजूद थे।