रायपुर।मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने रविवार को आकाशवाणी से प्रसारित अपनी मासिक रेडियो वार्ता ‘रमन के गोठ’ में कहा कि जनता के प्यार, सहयोग, समर्थन और मार्गदर्शन से ही मैं इस काबिल बन सका कि बड़े निर्णय ले सकूं।मुख्यमंत्री ने कहा कि आज जब मैं तेरह साल पीछे पलटकर देखता हूं तो मुझे लगता है कि छत्तीसगढ़ में जिन योजनाओं पर अमल किया है, वे देश के लिए भी अनुकरणीय हैं। जनता ने ही मुझे बड़े निर्णय लेने और उनके क्रियान्वयन की ताकत दी।आकाशवाणी से ‘रमन के गोठ’ की यह सोलहवी कड़ी थी। इसका प्रसारण राज्य में स्थित आकाशवाणी और दूरदर्शन के सभी केन्द्रों से एक साथ किया गया। कुछ प्राइवेट टेलीविजन चैनलों ने भी इसका प्रसारण किया। गांवों और शहरों में लोगों ने बड़े उत्साह के साथ मुख्यमंत्री का रेडियो प्रसारण सुना।
मुख्यमन्त्री ने ‘रमन के गोठ’ में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा कैशलेस समाज बनाने के आव्हान की चर्चा करते हुए उन्हें दृढ़ संकल्पित और दूरदर्शी प्रधानमंत्री बताया। डॉ. रमन सिंह ने कहा -कि भ्रष्टाचार, आतंकवाद और महंगाई जैसी बड़ी समस्याओं की जड़ काला धन है। इसलिए प्रधानमंत्री ने काले धन के खिलाफ सीधी लड़ाई छेड़ दी है।
डॉ. सिंह ने विमुद्रीकरण के विकल्प के रूप में नकदी रहित लेनदेन (कैशलेस ट्रांजेक्शन) के लिए छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा राज्य की जनता को दी जा रही विभिन्न सुविधाओं पर भी विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि जब व्यक्तिगत रूप से हम नकद राशि का लेनदेन नहीं करेंगे और जब सभी लोग कार्ड या इंटरनेट के माध्यम से लेन-देन करने लगेंगे तब करेंसी नोटों को अपनी जेब में लेकर घूमने की समस्या ही समाप्त हो जाएगी और ‘नगद – विहीन समाज अथवा कैशलेस सोसायटी का निर्माण होगा और नगदी का भी दुरूपयोग रूकेगा।
मुख्यमंत्री ने श्रोताओं को बताया कि कॉलेजों में पढ़ाई करने वाली बेटियों के लिए निःशुल्क शिक्षा की व्यवस्था की गई है। इंजीनियरिंग और पॉलीटेक्निक में पढ़ाई करने वाली बेटियों के लिए शिक्षण शुल्क माफ किया गया है। मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत गरीब परिवारों की 67 हजार बेटियों के विवाह हुए हैं। बुजुर्गों के लिए मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना का भी डॉ. सिंह ने जिक्र किया और बताया कि लगभग दो लाख वरिष्ठजनों को इस योजना में निःशुल्क तीर्थ यात्रा करायी गई है। मुख्यमंत्री ने कौशल विकास योजना और उच्च शिक्षा के क्षेत्र में छत्तीसगढ़ में प्राप्त सफलताओं का भी उल्लेख किया।
डॉ सिंह ने बताया कि प्रदेश के सभी 27 जिलों में युवाओं के कौशल उन्नयन के लिए लाइवलीहुड कॉलेज खोले गए हैं। छत्तीसगढ़ राज्य का निर्माण हुआ तो राष्ट्रीय स्तर के कोई संस्थान नहीं थे। आज हमारे पास आईआईटी, एनआईटी, आईआईएम, ट्रिपल-आईटी, नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी हैं। मेडिकल कॉलेजों की संख्या दस हो गई है। इंजीनियरिंग कॉलेज की संख्या 49 तक पहुंच गई है। यह छत्तीसगढ़ के युवाओं को नये अवसर देने के लिए एक बड़ा कदम है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत छत्तीसगढ़ में दो साल के भीतर 25 लाख बहनों को सिर्फ 200 रूपए में निःशुल्क रसोई गैस कनेक्शन, सिलेण्डर और चूल्हा दिया जा रहा है। प्रधामंत्री आवास योजना के तहत वर्ष 2022 तक प्रत्येक गरीब परिवार को मकान दिए जाएंगे। इस योजना में लगभग आठ हजार करोड़ रूपए खर्च होंगे। सौर सुजला योजना में 51 हजार गरीब परिवारों को तीन हार्स पावर और पांच हार्सपावर के सोलर सिंचाई पम्प काफी कम कीमत पर दिए जाएंगे।