न्याय नहीं हो रहा बिलासपुर के साथ…

Chief Editor
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बिलासपुर।शहर के प्रबुद्ध नागरिक और अपने समय के जाने- माने हॉकी खिलाड़ी रोहित बाजपेयी ने सोशल मीडिया के जरिए एक  अहम् सवाल उठाया है। जिसमें उनका जेर इस बात पर है कि बिलासपुर और उसके आस-पास के सार्वजनिक उपक्रमों के जरिए बिलासपुर के विकास में जो योगदान होना चाहिए वह नहीं मिल पा रहा है।इन संस्थानों के सीएसआर फंड का उपयोग दूसरे शहरों में हो रहा है। इस मुद्दे पर उनका लिखा हम यहां पर जस का तस पेश कर रहे हैं।

                                                                                              रोहित बाजपेयी का लिखा…
rohitबिलासपुर जिले में कुछ बड़े संस्थान हैं, जैसे SECL, NTPC, इन संस्थानों के पास एक फंड होता है, “CSR”कॉर्पोरेट सोशल रिस्पांस्बिलीटी, चूंकि ये संस्थान उस इलाके से हजारों करोड़ों की आय अर्जित करते हैं, तो उसी आय से एक फंड निर्मित होता है, जिसका उद्देश्य होता है, उस इलाके के सभी फील्ड में (जैसे, सड़क, अस्पताल, शिक्षा, खेलकूद आदि) में आर्थिक सहयोग करना !पर देखने में आया है कि ये संस्थान इस में जरा भी रूचि नहीं लेते हैं बल्कि इस फंड का उपयोग अन्य स्थानों में कर दिया जाता है, उदाहरण के लिये जब यू पी ए सरकार में श्री जयसवाल कोल मिनिस्टर थे, तो इस फंड से करोड़ों रूपये उनके निर्वाचन इलाके कानपुर में खर्च किये गये, जो कि इस इलाके यानि बिलासपुर के साथ घोर अन्याय है!

                                                        और ऐसा लगातार हो रहा है फिर भी यहाँ के निर्वाचित जनप्रतिनिधी, यहां की मिडीया मौन रहती है, मेरा उन सभी से अनुरोध है कि जो अपने शहर बिलासपुर के विकास के लिए चिंतित रहते हैं, उन्हें इस मुद्दे को बहुत जोरशोर से उठाना चाहिए ताकि इस फंड की ऱाशि बिलासपुर के विकास कार्यों में ही खर्च हो जिससे बिलासपुर की ढेरों योजनाएं जो फंड की उपलब्धता न होने के कारण रूकी हैं, वो पूरी हो सके और शहर विकास की ओर तेजी से आगे बढे! इस फंड के सदुपयोग से रायगढ़ जिले की सूरत ही बदल गई है, जहां जिंदल ग्रुप के CSR फंड से ढेरों विकास कार्य हो रहे हैं! सभी प्रबुद्धजन इस विषय में अपने विचार रखें!!

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