बिलासपुर—-नोटबंदी के बाद देश का एक एक नागरिक परेशान है। दैनिक आवश्यकताओ के लिए जद्दोजहद कर रहा है। हाथ में पैसा नही पर महंगाई ने जीना मुश्किल कर दिया है। अच्छे दिन के हसीन सपने बेचने वाले प्रधानमंत्री ने जनता के सुख चैन को छीन लिया है। यह बातें आज प्रेस नोट जारी कर कांग्रेस नेताओं ने कही।
पीसीसी महामंत्री अटल श्रीवास्तव, जिला ग्रामीण अध्यक्ष राजेन्द्र शुक्ला और शहर कांग्रेस अध्यक्ष नरेन्द्र बोलर ने प्रेस नोट जारी कर बताया देश प्रायोजित आर्थिक आपातकाल के दौर से गुजर रहा है। मंदी की आग में देश झुलस रहा है। महंगाई की डफली लेकर घुमने वाले भाजपा नेताओ को सांप सूंघ गया है। भारतीय जनता पार्टी के नेता हमेशा कांग्रेस से 60 साल का हिसाब मांगते है। कल तक चीख चीख कर देश को महंगाई भ्रष्टाचार एफडीआई के नाम पर संसद नहीं चलने देने वाले भाजपा नेता अब कहां छिपकर बैठे हैं।
कांग्रेस नेताओं ने बताया कि भाजपा नेता ढाई वर्ष पहले बयान की सीडी देखे। आत्म चिंतन कर जनता को बताये की उनकी कथनी और करनी क्या अंतर है। आज पेट्रोल डीजल की कीमत सवा दो साल की अधिकतम स्तर पर है। कांग्रेस कार्यकाल में अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार में कच्चे तेल की कीमत 115 डालर प्रति बैरल थी। भारत में अधिकतम पेट्रोल 73 रूपए प्रति लीटर था। आज अंतराष्ट्रीय बाज़ार में कच्चे तेल की कीमत 50 डालर प्रति बैरल है। बावजूद इसके पेट्रोल के दाम को घटाने की वजाय बढ़ा दिया गया है। इसी तरह डीजल भी अनियंत्रित कीमत पर पहुच गया है।
अच्छे दिनों का इससे बढ़िया परिभाषा कोई भी अर्थशास्त्री नही बता सकता। अर्थशास्त्र का मुख्य सिध्दांत मांग और पूर्ति है। जिसे झुठला कर देश के प्रधानमंत्री ने नोटबंदी कर अपना पीठ थपथपा रहे हैं।