विलासपुर— मस्तूरी विकासखंड के एरमसाही धान खरीदी उपकेन्द्र में 2 दिसम्बर से धान खरीदी का काम बंद है। खरीदी केंद्र में किसानो को धान आवक की पर्ची दी जा रही लेकिन तौल नहीं हो रही है। धान की खरीदी नहीं किये जाने और सुरक्षा के इंतजाम नहीं होने से किसानों को फसल चोरी की चिंता सता रही है।
जयरामनगर ,हरदा, एरमसाही सहकारी सेवा समिति में किसानो के धान खरीदी में भारी भ्रष्टाचार और अनियमितता की शिकायत किसानों ने की है। पिछले दिनों निरीक्षण पर पहुंचे मस्तूरी एसडीएम और जिला सहकारी बैंक के सीईओ अभिषेक तिवारी से किसानो ने समिति प्रबंधक संतोष आनंद की शिकायत की थी। शिकायत के बाद संतोष आनंद को हटा कर रामावतार तिवारी को कार्यभार प्रबंधक बनाया गया। संतोष आनंद को हटाये जाने के बाद धान खरीदी केंद्र से किसानों से रुपये लेकर 1000 बारदाना जबरिया बाटा गया।
एरमशाही धान खरीदी केन्द्र से हटाए जाने के बाद भी संतोष आनंद अपनी आदतों से बाज नही आ रहा है। संतोष लगातार फर्जी कारनामों को अंजाम दे रहा है। प्रतिदिन केंद्र से किसानों के खून पसीने की कमाई को फड़ से गायब कर रहा है, | किसानों ने बताया कि धान खरीदी केंद्र में कुप्रबंधन की वजह से उनकी हालत बद से बदतर हो रही है। बार-बार शिकायत के बाद भी व्यवस्था में किसी प्रकार का सुधार नहीं हो रहा है| समिति नए प्रबंधक रानावतार तिवारी ने अभी तक कामकाज नहीं संभाला है। दरअसल तिवारी एरमसाही धान खरीदी केन्द्र में आना ही नहीं चाहता है।
बताया जा रहा है कि संतोष आनंद का जिला स्तर के अधिकारियों से गहरी सांठगांठ है। जिसके चलते उसका मनोबल बढ़ा हुआ है। अपनी इन्ही मनमानियों और लाल पीला करने के कारणों के चलते उसे एक साल पहले निलंबित कर दिया गया था। लेकिन जो़ड़ तोड़ कर दुबारा समिति का प्रबंधक बन गया। यही कारण है कि उसे ना तो एसडीएम का डर है ना ही जिले मे काबिज अधिकारियों की उसे चिंता ही है। सूत्रों के अनुसार सेवा सहकारी समिति के कुछ पदाधिकारियों की मेहरबानी से संतोष का मनोबल बढ़ हुआ है। समिति के पदाधिकारी भी संतोष को बनाए रखना चाहते हैं। सूत्र की मानें तो संतोष किसानों को लूट खसोट कर ऊपर चढ़ावा देता है।